हम नहीं सुधरे तो कैसे सुधरेगी जिले की रैंकिंग

साहिबगंज : स्वच्छ सर्वेक्षण प्रतियोगिता 2018 की अग्निपरीक्षा आज से शुरू हो गयी है. देश के 4041 नगर निकायों को स्वच्छता की कसौटी पर कसा जायेगा. देश के अन्य शहरों के अलावे साहिबगंज जिले को राज्य के अन्य 40 निकायों से भी स्वच्छता के मामले में खुद को बेहतर साबित करना होगा. इसके नगर पर्षद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 4, 2018 5:30 AM

साहिबगंज : स्वच्छ सर्वेक्षण प्रतियोगिता 2018 की अग्निपरीक्षा आज से शुरू हो गयी है. देश के 4041 नगर निकायों को स्वच्छता की कसौटी पर कसा जायेगा. देश के अन्य शहरों के अलावे साहिबगंज जिले को राज्य के अन्य 40 निकायों से भी स्वच्छता के मामले में खुद को बेहतर साबित करना होगा. इसके नगर पर्षद के साथ-साथ लोगों को भी जागरूक होने की जरूरत है. दोनों की पहल से ही जिले की रैकिंग सुधर सकती है. शहरवासियों व पर्षद दोनों को मिलजुलकर काम करना पड़ेगा.

जिले में स्वच्छता अभियान का खास असर नहीं दिख रहा है. शहर में जगह-जगह कूड़े-कचरे का अंबार लगा है. ऐसे में जिले की रैंकिंग कैसे सुधरेगी यह नप के साथ-साथ शहरवासियों को भी सोचना है. स्वच्छता के लिए जागरूक होने की जरूरत है. शहर के गुल्लीभट्ठा, सर्वोदय बाल विद्यालय के सामने बड़े नाले व आर्य समाज मंदिर के बगल के बड़े नाले कूड़े-कचरे से बजबजा रहे हैं. वही पूर्वी रेलवे फाटक के सामने में कूड़े का अंबार लगा है. वहीं अधिकतर सरकारी कार्यालयों में भी शौचालय की स्थिति दयनीय है. नियमित रूप से शौचालय की साफ-सफाई नहीं हो रही है.

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