कन्हैयास्थान पहुंचे पश्चिम बंगाल के 135 कृष्णभक्त, की पूजा-अर्चना
पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर स्थित पुडोरिक गोरियों मठ मंदिर के ब्रह्मचारी विभूति कृष्ण दास के नेतृत्व में 135 कृष्णभक्तों का एक अनोखा कारवां यहां पहुंचा.
मंगलहाट. रविवार की सुबह कन्हैयास्थान स्थित कन्हाई नाट्यशाला इस्कॉन मंदिर का माहौल भक्ति और उत्साह से सराबोर था. पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर स्थित पुडोरिक गोरियों मठ मंदिर के ब्रह्मचारी विभूति कृष्ण दास के नेतृत्व में 135 कृष्णभक्तों का एक अनोखा कारवां यहां पहुंचा. ये सभी भक्त मानिकचक से तीन नावों में सवार होकर गंगा नदी के मार्ग से कन्हैयास्थान पहुंचे. मंदिर पहुंचने से पहले सभी भक्तों ने गंगा नदी में पवित्र स्नान किया और गंगा पूजन, भजन-कीर्तन और प्रवचन का आयोजन किया. इसके बाद मंदिर और तमाल वृक्ष की परिक्रमा कर सभी ने अपनी श्रद्धा व्यक्त की. गंगा नदी के किनारे ही भक्तों ने भगवान श्रीकृष्ण, राधारानी और अन्य देवी-देवताओं के लिए प्रसाद तैयार किया और इसे भगवान को अर्पित किया. महाप्रसाद ग्रहण करने के बाद भजन-कीर्तन का सिलसिला फिर शुरू हुआ. हर कोई भगवान श्रीकृष्ण और राम के नामों का गुणगान करता नजर आया. मंदिर परिसर लगातार भगवान श्रीकृष्ण के महामंत्रों से गूंजता रहा. इस दौरान मंदिर के पुरोहित कृष्ण कृपा सिंधु ने श्रद्धालुओं को कन्हैयास्थान के महत्व और कन्हाई नाट्यशाला की विशेषताओं के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने चैतन्य महाप्रभु को बाल रूप में दर्शन दिए थे. इसके साथ ही उन्होंने गुप्त वृंदावन के नामकरण से जुड़ी दिलचस्प जानकारियां भी साझा कीं.
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