ओके::मंहगाई के दौर में भी स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों को मिल रहे पांच हजार

–जेपी आंदोलनकारियों ने पेंशन बढ़ाने की मांग कीसंवाददाता, साहिबगंजदेश की आजादी में अपना सर्वस्व लूटा देने वाले वीर स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों को आज भी पेंशन के नाम पर महज पांच हजार रुपये दिये जा रहे हैं. हालांकि पहले की अपेक्षा पेंशन की राशि में बढ़ोतरी हुई है. सरकारी दस्तावेजों के अनुसार वर्ष 2000 में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 25, 2015 6:02 PM

–जेपी आंदोलनकारियों ने पेंशन बढ़ाने की मांग कीसंवाददाता, साहिबगंजदेश की आजादी में अपना सर्वस्व लूटा देने वाले वीर स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों को आज भी पेंशन के नाम पर महज पांच हजार रुपये दिये जा रहे हैं. हालांकि पहले की अपेक्षा पेंशन की राशि में बढ़ोतरी हुई है. सरकारी दस्तावेजों के अनुसार वर्ष 2000 में जिले के स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों को महज 430 रुपये मासिक पेंशन के तौर पर दिये जाते थे. वहीं 2002 में ये राशि बढ़ा कर 1050 रुपये कर दिया गया. जबकि वर्ष 2004 में राशि 3050 रुपये कर दी गयी. 2008 में ये राशि बढ़ कर 5000 रुपये मासिक हो गयी. जो आज भी जारी है. जेपी आंदोलन से जुड़े सीताराम ठाकुर, प्रदीप कुमार राय, मो हफीज, नरेंद्र नीर सहित दर्जनों आंदोलनकारियों ने बताया कि रुपये-पैसे मायने नहीं रखते हैं, सम्मान जरूरी है. स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान का कर्ज नहीं चुकाया जा सकता. उनके आश्रितों को पेंशन देकर सरकार सम्मान दे रही है. लेकिन महंगाई के इस दौर में सरकार को पेंशन राशि में बढ़ोतरी करनी चाहिए.4 स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रित स्वतंत्रता सेनानी – आश्रित 1.रामवतार जायसवाल -इंदिरा देवी, पुरानी साहिबगंज2. स्व जयराम मुर्मू- बलही हेंब्रम हाथीगढ़, बरहेट 3. पूरन साह-दयवंती देवी, मोतीपहाड़ी, बोरियो 4. महेंद्र प्रसाद दास-भुवनेश्वरी देवी, गोसाय गांव-तीनपहाड़ राजमहल

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