नवल हत्याकांड में अधिवक्ता समेत तीन अभियुक्त गिरफ्तार, वारदात में प्रयुक्त कट्टा व कारतूस जब्त
नवल हत्याकांड में अधिवक्ता समेत तीन अभियुक्त गिरफ्तार
साहिबगंज:
दिन-दहाड़े हुए नवल हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने मामले का उद्भेदन कर लिया है. तीन आरोपी मो तबरेज, अधिवक्ता महेश तांती व विश्वजीत कुमार उर्फ शिवम कुमार की गिरफ्तारी हुई है, उसकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किये गये देसी कट्टा व जिंदा कारतूस भी पुलिस ने बरामद कर लिया है. रविवार को एसपी अमित कुमार सिंह ने कार्यालय कक्ष में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि नवल की हत्या के बाद एसआइटी टीम का गठन किया गया. टीम ने अनुसंधान करते हुए सबसे पहले मो तबरेज को गिरफ्तार किया. पूछताछ में उसने कई राज उगले. इसके बाद अधिवक्ता महेश तांती को बीती रात उसके घर से गिरफ्तार किया गया. दोनों के आमने-सामने बिठा कर जब पुलिस ने पूछताछ की तो घटनाक्रम का मास्टरमाइंड अधिवक्ता ही निकाला. इसके बाद उन्होंने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए बताया कि पूर्व से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. दूसरे पक्ष से नवल तांती उर्फ बड़कू की मुख्य भूमिका रहती थी. इसलिए उसकी हत्या का प्लान बनाया गया. अनुसंधान का दायरा बढ़ते ही विश्वजीत कुमार उर्फ शिवम कुमार का नाम सामने आया, उसे भी पुलिस गिरफ्तार किया. एसपी ने बताया कि जिरवाबाड़ी थाने कांड संख्या 06/25 दर्ज कर तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है. छापेमारी दल में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी किशोर तिर्की, पुलिस निरीक्षक सह नगर थाना प्रभारी अमित कुमार गुप्ता, जिरवाबाड़ी थाना प्रभारी पंकज कुमार दुबे व एसआइ लव कुमार सहित टाइगर मोबाइल जवान व सशस्त्र बल शामिल थे.हत्या के बाद कब्रिस्तान के पास छुपाये थे हथियार-कपड़े, घर में हाथ धोते वक्त पुलिस ने दबोचा
नवल को गोली मारने के बाद आरोपी तबरेज ने सबसे पहले महेश तांती को कॉल किया. घटना के बारे में बताया. फिर अपने घर गया. कपड़े बदले. वहां से कब्रिस्तान के निकट बने झाड़ियों में हथियार व बदले हुए कपड़े को छुपा दिया. इ-रिक्शा निकाल कर महेश तांती से मिलने गंगा विहार पार्क के निकट गया. कॉल पर तबरेज को वहीं पर आने के लिए महेश ने कहा था. पूरी जानकारी देने के बाद वहां से निकालकर अपने घर आया. इसके बाद फिर हाथ धो रहा था. तभी नगर थाना प्रभारी अमित कुमार गुप्ता व जिरवाबाड़ी थाना प्रभारी पंकज दुबे ने गिरफ्तार कर लिया.10 दिन पूर्व बनी थी योजना, सुनसान रास्ते पर मारी थी गोली
जमीन को लेकर पूर्व में विवाद चल रहा था. अधिवक्ता महेश ही हत्याकांड का मास्टरमाइंड है. इस बात को गिरफ्तार तबरेज ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया है. उसने बताया कि बीते एक सप्ताह पूर्व देसी कट्टा व दो जिंदा कारतूस दिए गये थे. तबरेज की अधिवक्ता महेश तांती से पुरानी पहचान है. अक्सर वो उसका काम किया करता था. हत्या की योजना 10 दिन पहले तय कर दी गयी थी. अधिवक्ता के इशारे पर एक सप्ताह से लगातार आरोपी तबरेज युवक नवल की रेकी कर रहा था. चूंकि नवल ने सदर अस्पताल में डेकोरेशन का काम ठेके पर लिया था. कुछ दिन से रोज गोराबाड़ी हटिया परिसर के रास्ते कर ही अस्पताल जाया करता था. इसी का फायदा उठाते हुए शनिवार को सुनसान रास्ता पाकर तबरेज ने नवल को गोली मारी. गिरफ्तार तबरेज ने पुलिस को बताया की हत्या के बदले मुझे दो कट्ठा जमीन देने की लालच दी गयी थी. केस में फंसने से बचाने की बात कही गयी थी. इसी लालच में आकर मैंने युवक को गोली मारी.कॉल डिटेल से हुआ खुलासा, 12 लोगों से हुई पूछताछ
घटना के कई घंटे तक तबरेज से पूछताछ की गई. पर उसने किसी का नाम नहीं बताया था. मोबाइल कॉल डिटेल भी उसने हटा दिया था. पुलिस को अधिक शक हो गया. फौरन तबरेज की कॉल डिटेल निकाली गयी, तो उसमें कई लोगों के कॉल करने की बात सामने आयी. घटना के बाद महेश का कॉल दिखा. पुलिस को शक हुआ के इसमें कहीं ना कहीं अधिवक्ता महेश की भी भूमिका है. इसके बाद देर रात नगर थाना प्रभारी अमित कुमार गुप्ता व पंकज दुबे सहित कई पुलिस पदाधिकारी के द्वारा छापामारी अभियान चलाए गए. सबसे पहले महेश को पुलिस ने उठाया. उससे पूछताछ की गई उसके मोबाइल के भी डिटेल गायब थे. इससे पुलिस का शक अब यकीन मे बदल रहा था. फिर महेश के कॉल डिटेल मांगे गए तो उससे कई लोगों से बातचीत की थी.पहले कोई और था निशाने पर, लेकिन झगड़े के बाद टारगेट में आ गया नवल तांती
साहिबगंज. नवल हत्याकांड मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, नवल से पहले एक अन्य युवक को निशाना बनाया जाना था. उसकी हत्या की योजना पहले ही तैयार हो चुकी थी, लेकिन परिस्थितियों ने कहानी को बदल दिया. तीन दिन पहले नवल कुमार तांती और तबरेज के बीच किसी मामूली बात पर झगड़ा हुआ. इसी झगड़े के बाद आरोपियों ने अपना प्लान बदल दिया और नवल को अपना नया टारगेट बना लिया.15 अक्टूबर का आवेदन बना अहम सुराग
हत्याकांड से जुड़े मामलों में 15 अक्टूबर 2024 का एक आवेदन भी चर्चा का विषय बन गया है. नगर थाना क्षेत्र के पांच मोड़ के निवासी महेंद्र प्रसाद ने उस दिन थाना प्रभारी को एक आवेदन सौंपा था. उन्होंने इसमें आरोप लगाया था कि सीनियर डिवीजन वन की अदालत से दखल दिहाली का आदेश मिलने के बाद स्थानीय प्रशासन ने इसे तुरंत लागू किया. महेंद्र प्रसाद ने अपने आवेदन में एक वकील महेश तांती पर गंभीर आरोप लगाये थे. उन्होंने कहा था कि महेश तांती उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहा है. महेंद्र ने अपने और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता जताई थी और भविष्य में किसी अनहोनी की आशंका जाहिर की थी.————————————————————
पुलिस ने हत्या की घटना की रात ही अधिवक्ता महेश तांती को कर लिया था गिरफ्तार
पूछताछ में अधिवक्ता ही निकला पूरी साजिश का मास्टरमाइंड
शनिवार को फूल सजावट का काम करने वाले नवल तांती की गोली मार कर दी गयी थी हत्याB
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