ओके::गंगा घाटों पर दिखी संस्कृति की अद्भुत झलक
संवाददाता, साहिबगंज हिंदी मास में पूर्णिमा का विशेष महत्व है. यह मास भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण मास माना जाता है. माघ की पूर्णिमा तिथि के दिन हिंदू धर्मावलंबी गंगा स्नान कर दान इत्यादि कर्म करते हैं. इस दिन संत रविदास की जयंती भी मनायी जाती है. झारखंड के संताल परगना प्रमंडल के साहिबगंज जिले […]
संवाददाता, साहिबगंज हिंदी मास में पूर्णिमा का विशेष महत्व है. यह मास भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण मास माना जाता है. माघ की पूर्णिमा तिथि के दिन हिंदू धर्मावलंबी गंगा स्नान कर दान इत्यादि कर्म करते हैं. इस दिन संत रविदास की जयंती भी मनायी जाती है. झारखंड के संताल परगना प्रमंडल के साहिबगंज जिले के राजमहल प्रखंड के गंगा घाटों पर माघी पूर्णिमा के दिन मनोरम दृश्य में हमारी संस्कृति झलकती है. यहां बंगाल, बिहार, ओडि़शा, असम एवं आस-पास के अन्य राज्यों से भी लोग गंगा स्नान करने आते हैं. स्नान के बाद दान करने की भी परंपरा है. आदिवासी समुदाय के लोगों ने भी इस मौके पर पवित्र गंगा नदी में स्नान कर पूजा अर्चना की. हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी इस पावन उत्सव पर यहां विशाल मेला का आयोजन किया गया है. मेले में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. वहीं अग्नि सेवा, स्वास्थ्य सेवा का भी इंतजाम किया गया है. मेले में कई दुकानें भी लगायी गयी है. मेले में आदिवासी संंताल भी सुदूर क्षेत्रों से पहुंचे हैं.