स्वाइन फ्लू से निबटने को साहिबगंज में समुचित व्यवस्था नहीं
साहिबगंज : जिले के सदर अस्पताल में स्वाइन फ्लू से निबटने के लिए समुचित व्यवस्था नहीं है. अस्पताल में जांच की सुविधा भी नहीं है. ऐसे में यदि किसी रोगी को स्वाइन फ्लू हो जाता है तो डॉक्टर को बिना जांच के रोगी का इलाज करना पड़ेगा. बिना जांच के अनुभव पर स्वाइन फ्लू जैसी […]
साहिबगंज : जिले के सदर अस्पताल में स्वाइन फ्लू से निबटने के लिए समुचित व्यवस्था नहीं है. अस्पताल में जांच की सुविधा भी नहीं है. ऐसे में यदि किसी रोगी को स्वाइन फ्लू हो जाता है तो डॉक्टर को बिना जांच के रोगी का इलाज करना पड़ेगा.
बिना जांच के अनुभव पर स्वाइन फ्लू जैसी बीमारी का इलाज रोगी के लिए जानलेवा साबित हो सकता है.
हालांकि स्वास्थ्य विभाग स्वाइन फ्लू के मरीज के लिए आइसोलेशन वार्ड व आवश्यक दवा की उपलब्धता का दावा कर रहा है. वहीं सार्वजनिक स्थल स्टेशन या स्टैंड में फिलहाल राहत व जागरूकता के लिए कोई शिविर या कैंप नहीं लगाया गया है.
रांची व कोलकाता भेजा जाता है सैंपल
स्वाइन फ्लू जांच के लिए सदर अस्पताल के पैथोलैब से मरीज का ब्लड सैंपल जांच के लिए रांची व कोलकाता भेजा जायेगा. यानी एक जांच रिपोर्ट आने में कम से कम सात दिन लगेंगे. ऐसे में सात दिनों तक मरीज को डॉक्टर के अनुभव के आधार पर दवा लेनी होगी. वहीं स्वाइन फ्लू के संक्रमण से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से सदर अस्पताल को ट्रिपल लेयर मास्क उपलब्ध कराया गया है.
स्वाइन फ्लू को लेकर सतर्कता बढ़ी
साहिबगंज : रांची व जमशेदपुर में स्वाइन फ्लू से हुई मौत एवं निकटवर्ती जिला गोड्डा में संभावित मरीज के मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. सिविल सजर्न डॉ बी मरांडी ने जिले में ऐसे मरीज के नहीं होने की बात कही है. लेकिन इसको लेकर विभाग को सतर्क रहने का निर्देश जारी किया है. सदर अस्पताल में चिकित्सक व कर्मी मास्क लगा कर लोगों की जांच व इलाज करते नजर आये. चिकित्सक डॉ एके झा ने बताया कि मास्क लगाने का उद्देश्य जहां खुद को संभावित स्वाइन फ्लू संक्रमण से बचाना है वहीं लोगों को जागरूक करना भी है.