अधिवक्ता रामराज अपहरणकांड का खुलासा

राजमहल : छह माह बाद आखिरकार पुलिस ने अधिवक्ता रामराज शर्मा अपहरणकांड का खुलासा कर ही लिया. जांच के बाद पता चला है कि अधिवक्ता का अपहरण नहीं बल्कि उनकी हत्या जमीन विवाद में कर दी गयी थी. पुलिस ने राधानगर निवासी गणोश घोष उर्फ भद्दू घोष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 22, 2015 7:23 AM
राजमहल : छह माह बाद आखिरकार पुलिस ने अधिवक्ता रामराज शर्मा अपहरणकांड का खुलासा कर ही लिया. जांच के बाद पता चला है कि अधिवक्ता का अपहरण नहीं बल्कि उनकी हत्या जमीन विवाद में कर दी गयी थी. पुलिस ने राधानगर निवासी गणोश घोष उर्फ भद्दू घोष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
पुलिस ने कहा है कि रामराज की हत्या गणोश व निमाई मंडल ने मिलकर 15 सितंबर की सुबह ही कर दी थी. गणोश ने पुलिस को दिये बयान में कहा है कि 15 सितंबर की सुबह उसने और निमाई मंडल ने रामराज की हत्या कर शव को ध्रुव भगत के घर के आंगन में छुपा कर रखा था. रात होने पर शव को फुदकीपुर श्मशान घाट जाकर गंगा में फेंक दिया. निमाई मंडल बीएलएनएल बोहरा कॉलेज राजमहल में चपरासी के रूप में कार्यरत है. ध्रुव भगत के घर की चाबी उन्हीं के पास रहती है.
जमीन विवाद का था मामला : घटना के वक्त मौजूद प्रत्यक्षदर्शी जर्नादन सिंह ने न्यायालय को दिये 164 के बयान में बताया कि रामचंद्र यादव ने निमाई मंडल को रामराज शर्मा का एक बीघा 10 कट्ठा 10 धूर जमीन का पावर ऑफ अर्टनी के रूप में छह अगस्त 2014 को मालदा के सदर रजिस्ट्री ऑफिस में दिया था. जमीन को दखल करने के लिए निमाई मंडल ने अपने साथी के साथ षड्यंत्र रचकर हत्या कर दी. जानकारी के अनुसार, जर्नादन सिंह घटना के बाद से गायब था. पुलिस जनार्दन सिंह को सरगरमी से खेज रही थी. पुलिस जर्नादन को सरकारी गवाह बना सकती है.

Next Article

Exit mobile version