भूकंप की जद में आकर गिर सकते हैं कई जर्जर व पुराने भवन

साहिबगंज . शहर के कई जर्जर व पुराने भवन भूकंप की जद में आकर गिर सकते हैं. ऐसे कई भवन में शहर के विभिन्न हिस्सों में मौत को दावत दे रहा है. वहीं नगर पर्षद ने ऐसे मकानों मालिक को नोटिस भेज कर कागजी प्रक्रिया पूरी कर ली है, लेकिन इन मकानों को तोड़वाने में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 25, 2015 5:03 PM

साहिबगंज . शहर के कई जर्जर व पुराने भवन भूकंप की जद में आकर गिर सकते हैं. ऐसे कई भवन में शहर के विभिन्न हिस्सों में मौत को दावत दे रहा है. वहीं नगर पर्षद ने ऐसे मकानों मालिक को नोटिस भेज कर कागजी प्रक्रिया पूरी कर ली है, लेकिन इन मकानों को तोड़वाने में काई पहल नहीं की. शनिवार को आये भूकंप के झटने ने कई पुराने भवनों के अस्तित्व पर सवाल खड़ा कर दिया है. भूगर्भ वैज्ञानिकों कि मानें तो 7.5 तीव्रता से भूकंप आने पर ऐसे मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो जायेंगे. इन भवनों को किया गया है चिह्नित राजस्थान हाई स्कूल के समक्ष जर्जर मकान, बादशाह चौक स्थित एक नंबर फांड़ी, तालबन्ना चर्च के बगल में स्थित मकान, पुराने स्टेट बैंक के समक्ष मकान, कुलीपाड़ा वार्ड नंबर 17 में मसजिद के समक्ष मकान, गांधी चौक के समक्ष जर्जर मकान, गर्ल्स स्कूल के समक्ष जर्जर मकान, बधवा कुओं के निकट पुराना भवन आदि है.क्या कहते हैं नप अध्यक्षजर्जर मकानों को गिराना जनहित में हैं . पुराने जर्जर मकान में रहना जिंदगी के साथ खिलवाड़ करना है. ऐसे मकानों में रहने वालों के साथ-साथ आस पड़ोस को भी खतरा बना रहता है. शहर में पुराने मकानों की जांच नप द्वारा करायी जायेगी. जर्जर मकानों के मालिकों को नोटिस देकर आगाह किया जायेगा.राजेश गोंड, अध्यक्ष, नगर पर्षद …………. फोटो नं0 25 एसबीजी 21 है.कैप्सन : शहर के जर्जर भवन

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