बाढ़ में डूबा एनएच 80

– दीपसिंह/मनोजमंडल – गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 2.032 मीटर ऊपर राजमहल/मंगलहाट : गंगा में आयी बाढ़ से राजमहल प्रखंड क्षेत्र के पांच हजार व उधवा प्रखंड क्षेत्र के 12 हजार 77 परिवार प्रभावित हुए हैं. गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 2.032 मीटर अधिक मापी गयी है. भूमि सुधार उप समाहर्ता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 6, 2013 4:52 AM

– दीपसिंह/मनोजमंडल –

गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 2.032 मीटर ऊपर

राजमहल/मंगलहाट : गंगा में आयी बाढ़ से राजमहल प्रखंड क्षेत्र के पांच हजार उधवा प्रखंड क्षेत्र के 12 हजार 77 परिवार प्रभावित हुए हैं. गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 2.032 मीटर अधिक मापी गयी है. भूमि सुधार उप समाहर्ता कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार गंगा का जलस्तर 26.870 मीटर मापी गयी है. जबकि खतरे का निशान 24.838 मीटर है.

आवागमन हुआ प्रभावित

बाढ़ का पानी राजमहलसाहिबगंज एनएच 80 पथ पर आने से आवागमन प्रभावित हो गया है. पानी का जलस्तर बढ़ता गया तो राजमहल अनुमंडल मुख्यालय से साहिबगंज जिला मुख्यालय का संपर्क टूट सकता है. इस पथ पर ढेडगामा, कन्हैयास्थान शिव मंदिर, कन्हैया नाट्यशाला मुख्य गेट के समीप, जयरामपुर, सरकंडा,योगीचक, घाट जमनी, चंडीपुर में बाढ़ के पानी का बहाव जारी है.

राहत सामग्री का वितरण

तालझारी प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय महाराजपुर में अस्थायी शिविर में गदाई दियारा के बाढ़ प्रभावित परिवारों के बीच बुधवार को राहत सामग्री का वितरण किया गया. इस बाबत अंचल निरीक्षक वीरेंद्र पांडे ने बताया कि शिविर में गदाई पंचायत के 42 परिवारों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया गया है. बताया कि पीड़ित परिवारों के बीच चावल, दाल, चुड़ा, गुड़, मोमबत्ती, सलाई, नमक का वितरण किया गया.

क्या कहते हैं एसडीओ

एसडीओ विधान चंद्र चौधरी ने बताया कि प्रभावित एनएच 80 पथ पर आवागमन के लिए नाव की व्यवस्था की जा रही है. प्रभावित परिवारो के बीच राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है. नये प्रभावित क्षेत्र में प्रभावित परिवारों को भी राहत सामग्री उपलब्ध कराने का प्रक्रिया जारी है.

प्रशासन के कु व्यवस्था पर गुरुवार को बाढ़ प्रभावित आक्रोशित परिवारों ने मांगों को लेकर एनएच 80 पथ को जाम कर दिया. आंदोलनकारियों ने एसडीओ को छह सूत्री मांग पत्र सौंपा.

क्या हैं मांगें

त्नबाढ़ से प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाये

त्नपीड़ित परिवारों के बीच राहत सामग्री पीने के लिए पानी का व्यवस्था की जाये

त्नवर्षा से बचाव के लिए तिरपाल का व्यवस्था हो

त्नकेरोसिन मोमबत्ती सलाई का व्यवस्था की जाये

त्नपशुओं के चारा की व्यवस्था की जाये

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