साहिबगंज : अब साहिबगंज के बाल कैदी को दुमका का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. डीसी ए मुत्थु कुमार ने पुराना जवाहर नवोदय विद्यालय में ही बाल सुधार गृह चालू करने की अनुशंसा कर दी है. न्यायाधीश व्यवहार न्यायालय साहिबगंज के पत्र संख्या 809/13 से 16 अप्रैल को सिदो-कान्हू स्टेडियम को बाल सुधार गृह बनाने के लिए पत्र लिखा था.
वहीं डीसी ने पत्र लिख कर कहा कि पूर्व में जवाहर नवोदय विद्यालय साहिबगंज संचालन के लिए किया गया था, जो नये भवन में चला गया है. इस कारण यह भवन खाली है. इस भवन को रिमांड होम के रूप में व्यवहार के लिए किशोर न्याय बार्ड को दिया गया है.
उन्होंने स्कूल के प्राचार्य को प्रतिनियुक्त कर्मी को इस भवन का विधिवत दखल कब्जा जल्द देकर सूचित करने की बात कही. किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य शिवशंकर दुबे ने बताया कि बाल सुधार गृह खोलने के लिए कई बार पत्र न्यायाधीश व विभाग ने लिखा. लेकिन टाल मटौल की प्रक्रिया चलती रही. इधर नये डीसी ने आदेश दे दिया है.
जिले में 18 बाल कैदी हैं. जिसे दुमका के रिमांड होम में रखा गया है. 150 किमी दुमका से बार-बार करके महीना में चार बार बाल कैदी को तारीख में साहिबगंज आना व जाना पड़ता है. जो बाल अधिकार नियम के विरुद्ध है. यहां पर सुधार गृह का संचालन हो जाने से बाल कैदी को राहत मिलेगी.