एचएमपीवी वायरस को लेकर साहिबगंज अलर्ट
तैयार है ऑक्सीजनयुक्त 50 बेड वाला कल्याण अस्पताल केंदुआ
पतना. चीन से फैला ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) अब भारत के लिये खतरा बढ़ा रहा है. यह वायरस भारत के कर्नाटक, गुजरात, तमिलनाडु, महाराष्ट्र के बाद पूरे देश में पैर पसार रहा है. अब तक देश में करीब 8 मामलों की पुष्टि हुई है. वायरस को लेकर झारखंड का स्वास्थ्य विभाग भी पूरी तरह अलर्ट मोड पर है. सभी अस्पताल में डॉक्टर, पारामेडिकल स्टाफ, बेड व दवाइयां की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी के जारी एडवाइजरी के बाद जिला भी पूरी तरह अलर्ट पर है. कोरोना जैसी महामारी के समय कल्याण अस्पताल केंदुआ में बनाये गये ऑक्सीजनयुक्त 50 बेड अब एचएमपीवी वायरस के मरीज के उपचार के लिये तैयार है. 50 बेड में ऑक्सीजन सप्लाई के लिये पाइप कनेक्शन और 44 ऑक्सीजन सिलिंडर का इंतेजाम अस्पताल प्रबंधन की ओर से पहले ही किया जा चुका है. इसके अलावे प्रधानमंत्री केयर से 5 पीस मोबाइल वेंटीलेटर एवं 50 पीस ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी अस्पताल में है. कल्याण अस्पताल केंदुआ के प्रबंधक कृष्ण कुमार ने बताया कि साहिबगंज उपायुक्त व सिविल सर्जन के निर्देश पर केंदुआ कल्याण अस्पताल में 25 पुरुष और 25 महिला के लिये ऑक्सीजन युक्त बैड तैयार किया गया है. साथ ही ऑपरेशन थिएटर में 1 तथा आइसोलेशन वार्ड में दो बेड तैयार किया गया है. इन सभी 50 बेड्स को ऑक्सीजन युक्त पाईप से जोड़ा गया है. जरूरत पड़ने पर इन सभी बेड्स में ऑक्सीजन सप्लाई किया जायेगा. ऑक्सीजन सप्लाई करने के लिए अस्पताल में ऑक्सीजन 44 पीस डी टाइप सिलेंडर भी मौजूद है. केंदुआ में कार्यरत सभी स्वास्थ्य कर्मी एचएमपीवी वायरस से लड़ने को तैयार हैं. जर्जर भवन के कारण ऑक्सीजन सप्लाई में हो सकती है परेशानी अगर एचएमपीवी वायरस के मामले साहिबगंज जिले में सामने आते हैं, तो जिला प्रशासन इसके लिये पहले से ही तैयार है, यह अच्छी बात है. लेकिन, जिस स्वास्थ्य व्यवस्था के भरोसे जिला प्रशासन तैयार है, वही व्यवस्था खुद बीमार हो तो यह बहुत ही चिंता का विषय है. क्योंकि, ऑक्सीजन युक्त 50 बेड वाले कल्याण अस्पताल के भवन की स्थिति काफी जर्जर है. ऐसे में मामले बिगड़ने पर सभी बेड में ऑक्सीजन पहचानने में स्वास्थ्य कर्मियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ सकती है. स्वास्थ्य कर्मियों के अनुसार इमरजेंसी वार्ड की स्थिति सबसे खराब है सभी बेड्स तक ऑक्सीजन कनेक्शन तो किया गया है, परंतु दीवार जर्जर हो जाने के कारण कई जगह पाइप कनेक्शन उखड़ गया है इसके अलावे छत का प्लास्टर झड़ने के कारण कई बेड को इधर-उधर किया गया है. ऐसे में बिगड़ते हालात में मरीज तक ऑक्सीजन पहुंचाने में काफी परेशानी झेलनी पड़ सकती है. अस्पताल में प्रतिदिन इलाज के लिए आने वाले आम मरीज जर्जर छत के नीचे वाले बेड पर लेटना नहीं चाहते हैं. साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों को भी हमेशा डर के साये में काम करना पड़ता है. कहते हैं साहिबगंज सिविल सर्जन साहिबगंज सिविल सर्जन डॉ पी के संथालिया ने कहा कि एचएमपीवी वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट पर है. जिलेवासियों को नियमित रूप से हाथ धोने, सैनिटाइजर का उपयोग करने, भीड़-भाड़ वाले स्थान पर न जाने, नियमित रूप से मास्क पहनने, लक्षण महसूस होने पर डॉक्टर से संपर्क करने, पर्याप्त माता में पानी व तरल पदार्थ पीने, छींकते व खांसते समय रुमाल का इस्तेमाल करने सहित आवश्यक एहतियातत बरते की अपील की गयी है. साथ ही हमारे पास पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और वेंटीलेटर मौजूद है. ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है. सभी स्वास्थ्य कर्मी तैयार हैं.
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