गंगा में ना करें प्रतिमा विसर्जन

राजमहल : राजकीय माघी पूर्णिमा मेला के उदघाटन समारोह में मुख्य अतिथि सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राजमहल की माघी पूर्णिमा की विशेषता व ऐतिहासिक गाथा से तैयार स्मारिका का विमोचन भी किया. सीएम ने कहा कि गंगा को स्वच्छ बनाए रखने के लिए गंगा में मूर्ति विसर्जन न करें. साहिबगंज के उपायुक्त को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 23, 2016 8:35 AM

राजमहल : राजकीय माघी पूर्णिमा मेला के उदघाटन समारोह में मुख्य अतिथि सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राजमहल की माघी पूर्णिमा की विशेषता व ऐतिहासिक गाथा से तैयार स्मारिका का विमोचन भी किया.

सीएम ने कहा कि गंगा को स्वच्छ बनाए रखने के लिए गंगा में मूर्ति विसर्जन न करें. साहिबगंज के उपायुक्त को विसर्जन स्थल पर गड्ढा बनाने का निर्देश दिया. सीएम ने 154 करोड़ की लागत के 30 योजनाओं का शिलान्यास व उदघाटन किया. अनुकंपा पर नियुक्ति को लेकर अभ्यर्थियों को नियुक्ति-पत्र बांटा. सरस्वती शिशु मंदिर व मुंडली मिशन के छात्राओं ने स्वागत गीत व वंदना गीत प्रस्तुत किया. सरस्वती शिशु मंदिर के छात्राओं ने अतिथियों को बैच लगाया.

राजमहल का इतिहास पांच करोड़ वर्ष पुराना

उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए गंगा महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती ने कहा कि राजमहल का इतिहास पांच करोड़ वर्ष पुराना है. मानव जीवन की निशानी व अवशेष इसके गवाह हैं. उन्होंने सीएम से मांग करते हुए कहा कि फॉसिल्स पार्क को म्यूजियम का रुप देकर क्षेत्र का समुचित विकास किया जाये जिससे राजमहल अंतरराष्ट्रीय नक्शे पर आ सके.

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