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काश! रोज आती राज्यपाल तो बदल जाती गांव की तस्वीर, लिड खबर… 08 अप्रैलफोटो संख्या- 12 पाकुड़ से जा रहा हैकैप्सन- चापानल मरम्मत करते मिस्त्री.प्रतिनिधि 4 लिट्टीपाड़ाआगामी 11 अप्रैल को झारखंड की राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू लिट्टीपाड़ा प्रखंड के सोनाधनी गांव आ रहीं हैं. इस बाबत गांव में तैयारी को लेकर प्रशासन इस कदर रेस हुआ […]
काश! रोज आती राज्यपाल तो बदल जाती गांव की तस्वीर, लिड खबर… 08 अप्रैलफोटो संख्या- 12 पाकुड़ से जा रहा हैकैप्सन- चापानल मरम्मत करते मिस्त्री.प्रतिनिधि 4 लिट्टीपाड़ाआगामी 11 अप्रैल को झारखंड की राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू लिट्टीपाड़ा प्रखंड के सोनाधनी गांव आ रहीं हैं. इस बाबत गांव में तैयारी को लेकर प्रशासन इस कदर रेस हुआ है कि यहां के लोगों को हो रहा बदलाव सपना सा लगने लगा है. चापानलों की मरम्मत की जा रही है. सड़कें चकाचक हो रहीं हैं. अब यहां के लोग कह रहे राज्यपाल के आगमन को लेकर जिस तेजी से यहां का विकास हो रहा है काश यहां रोज राज्यपाल आते तो पूरा इलाका गुलशन हो जाता. बता दें कि आजादी के बाद से ही समस्याओं से जूझ रहे यहां के ग्रामीणों का कहना है कि केंद्र सरकार ने भी सबसे पिछड़ा प्रखंड का दर्जा लिट्टीपाड़ा को दिया है. सोनाधनी गांव के ग्रामीणों की मानें तो सपने में यहां के लोगों ने नहीं सोचा था कि राज्य के सर्वोच्च पद पर मौजूद अधिकारी यहां पहुंचेंगे. गौरतलब हो कि राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के आगामी 11 अप्रैल को प्रखंड के सोनाधनी गांव में आगमन को लेकर जिला प्रशासन काफी रेस हो गया है और इसका सीधा लाभ ग्रामीणों को मिलना भी शुरू हो गया है. ग्रामीणों के अनुसार पिछले दो वर्षों से उपरोक्त गांव में स्थित दो चापानल खराब पड़ा हुआ था. खास कर भीषण गरमी के समय लोगों को पानी के लिए काफी तकलीफ उठानी पड़ती थी. लेकिन राज्यपाल के आगमन की सूचना से जिला प्रशासन की नींद खुली और गांव में बंद पड़े चापानल की मरम्मत शुक्रवार को शुरू कर दी गयी. आश्चर्य तो यह है कि क्या राज्य के बड़े ओहदे पर तैनात अधिकारी के पहुंचने के बाद ही क्षेत्र का विकास होगा या ऐसे भी बुनियादी सुविधाएं को दूर करने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन पर होगी?क्या कहते हैं ग्रामीण………….फोटो संख्या-13- प्रभुदास मालतोवर्षों से गांव के लोग गंदा पानी पीने को मजबूर थे. देर से ही जिला प्रशासन द्वारा उपरोक्त गांव में पेयजल की व्यवस्था करती तो ग्रामीणों को काफी राहत मिलेगी.फोटो संख्या-14- राम पहाड़ियाग्रामीण राम पहाड़िया ने कहा कि राज्य का सबसे पिछड़ा प्रखंड लिट्टीपाड़ा को माना गया है. लेकिन क्षेत्र के विकास को लेकर प्रशासन द्वारा कोई ठोस पहल नहीं की गयी है. जिसका नतीजा है कि पहाड़ी क्षेत्र में बसे ग्रामीणों को आज भी झरने का गंदा पानी पीना पड़ता है.फोटो संख्या-15- जॉनसन मालतोग्रामीण जॉनसन मालतो का कहना है कि सरकार ग्रामीणों के बीच बुनियादी सुविधा मुहैया कराये जाने को लेकर करोड़ों फंड देती है. बावजूद समस्या का निदान नहीं हो पाना दुर्भाग्यपूर्ण है. फोटो संख्या-16- रामी पहाड़ियारामी पहाड़िया का कहना है कि राज्यपाल के आगमन पर जिस तरह प्रशासन रेस हुआ है और गांव में वर्षों से बंद पड़े चापानलों की मरम्मत करा रहे हैं. यदि यही काम पहले किया गया होता तो शायद गांव के लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता.क्या कहते हैं पदाधिकारी……….बीडीओ राजीव कुमार मिश्रा ने कहा कि ग्रामीणों की समस्याओं को दूर करना प्रशासन की पहली जिम्मेदारी है. जहां तक सोनाधनी का मामला है. आवश्यकतानुसार समस्याओं को दूर किया जा रहा है. पूरे प्रखंड क्षेत्र में समस्याओं को दूर करने के लिए पहल की जायेगी.