बाढ़ से निबटने की बनी रणनीति

तैयारी. गंगा के बढ़ते जलस्तर को लेकर पदाधिकारियों ने की बैठक उधवा प्रखंड में 51 आपदा मित्रों का चयन उधवा : प्रखंड मुख्यालय स्थित एसजीएसवाइ सभागार में बुधवार को बाढ़ से निबटने को लेकर आपात बैठक की गयी. जिसकी अध्यक्षता प्रमुख बसंती हांसदा ने की. बैठक में पंचायत प्रतिनिधि, प्रखंड व अंचल कर्मी, बाल विकास […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 21, 2016 4:48 AM

तैयारी. गंगा के बढ़ते जलस्तर को लेकर पदाधिकारियों ने की बैठक

उधवा प्रखंड में 51 आपदा मित्रों का चयन
उधवा : प्रखंड मुख्यालय स्थित एसजीएसवाइ सभागार में बुधवार को बाढ़ से निबटने को लेकर आपात बैठक की गयी. जिसकी अध्यक्षता प्रमुख बसंती हांसदा ने की. बैठक में पंचायत प्रतिनिधि, प्रखंड व अंचल कर्मी, बाल विकास परियोजना से महिला पर्यवेक्षिका एवं समाज के बुद्धिजीवी उपस्थित हुए. इस दौरान बाढ़ से निबटने को लेकर प्रशासनिक तैयारी की जानकारी देते हुए अंचलाधिकारी यामुन रविदास ने बताया कि सारी तैयारी पूरी कर ली गयी है.
उधवा प्रखंड में 51 आपदा मित्रों का चयन कर जिला प्रशासन को सूची उपलब्ध करा दी गयी है. इसके अलावे पंचायतों में बचाव दल की भी सूची तैयार की गयी है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्य के लिए 40 नाव की व्यवस्था की गयी है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधा की जानकारी देते हुए बताया कि सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में स्वास्थ्य कैंप लगाये जायेंगे. वहीं बाढ़ में प्रखंड व अंचल कर्मी तैनात रहेंगे.
इस दौरान कई बुद्धिजीवियों ने बाढ़ से निबटने के लिए अपने-अपने सुझाव भी दिये. मौके पर उपप्रमुख जियाउल शेख, बीपीओ अभिषेक आनंद, गोपीनंदन टुडू, जिप सदस्य अधीर मंडल, जटिल मंडल, बदसु शेख, मालती हांसदा, सोना टुडू, ऐनुल हक अंसारी, इब्राहिम शेख, मनोज मालतो, प्रह्लाद सोरेन, वैद्यनाथ ठाकुर सहित अन्य उपस्थित थे.
18 पंचायत होंगे बाढ़ से प्रभावित
उधवा प्रखंड के 26 पंचायतों में से 18 पंचायत पूर्ण व आंशिक रूप से बाढ़ प्रभावित होता है.जिसमें अमानत,श्रीधर,पूर्वी प्राणपुर,पश्चिमी प्राणपुर,उत्तर पियारपुर,दक्षिण पियारपुर,मध्य पियारपुर,पूर्वी उधवा दियारा,पश्चिमी उधवा दियारा,उत्तर पलासगाछी एवं दक्षिण पलासगाछी पूर्ण बाढ़ प्रभावित पंचायत हैं.तथा उत्तरी बेगमगंज,दक्षिणी बेगमगंज, राधानगर, चांदशहर, उत्तरी सरफराजगंज, दक्षिणी सरफराजगंज एवं जोंका आंशिक रूप से बाढ़ से प्रभावित होता है. अंचलाधिकारी यामुन रविदास ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों के दुकानदारों को पांच-पांच क्विंटल चावल सुरक्षित रखने का निर्देश दिया गया है. इसके अतिरिक्त केरोसिन, चूड़ा, गुड़ एवं सत्तू भी मुहैया कराया जायेगा.

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