चाइनीज सामान का हो रहा बहिष्कार इस वर्ष घरों में जलेंगे मिट्टी के दीये
बरहरवा : दीपों का पर्व दीपावली के आते ही प्रखंड क्षेत्र के दुकानों व घरों में वहीं व गणेश-लक्ष्मी पूजन को लेकर लोगों ने साफ-सफाई, रंग-रोगन का कार्य प्रारंभ कर दिया है. इधर दीपावली पर्व के दस्तक देते ही कुम्हार मिट्टी के दीपक, कलश, गुल्लक व मिट्टी के खिलौने बनाने का कार्य प्रारंभ कर दिया […]
बरहरवा : दीपों का पर्व दीपावली के आते ही प्रखंड क्षेत्र के दुकानों व घरों में वहीं व गणेश-लक्ष्मी पूजन को लेकर लोगों ने साफ-सफाई, रंग-रोगन का कार्य प्रारंभ कर दिया है. इधर दीपावली पर्व के दस्तक देते ही कुम्हार मिट्टी के दीपक, कलश, गुल्लक व मिट्टी के खिलौने बनाने का कार्य प्रारंभ कर दिया है. कुम्हारों का कहना है कि भारतीय बाजार में चाइनीज दीपक व रंग-बिरंगे इलेक्ट्रॉनिक झालरें के आने से हमलोगों का जीना मुश्किल हो गया है.
लोगों को चाइनीज सामान कम पैसे में मिल जाता है. जिस कारण हाथ से बनी दीपक व अन्य सामानों की बिक्री दिन-प्रतिदिन घटती जा रही है. वहीं हमलोग एक दिन में चार से पांच सौ मिट्टी के दीपक बनाते हैं. जिसमें पूरे परिवार के लोगों को मेहनत करना पड़ता है. तब जाकर पांच सौ दीपक तैयार कर पाते हैं. पांच सौ दीपक का बाजार में दो से ढाई सौ रुपये तक में बिकते हैं. इस हिसाब से मजदूरी का पैसा भी हमलोगों को नहीं मिलता है. हालांकि हमलोग इस कार्य को छोड़कर अन्य कार्य भी नहीं कर पायेंगे.
सरकार की ओर से किसी भी प्रकार का अनुदान राशि हमलोगों को नहीं दिया जाता है. परंतु इस वर्ष पता चला है कि लोग चाइनीज सामान का बहिष्कार कर रहे हैं और भारत में बने दीपक का उपयोग करने का निर्णय ले रहे हैं. जो हमलोगों के अच्छे दिन आने का संकेत है.