जलकर तालाबों की रद्द हो बंदोबस्ती
विरोध. मत्स्य कार्यालय प्रांगण में मछुआरों ने शुरू किया आमरण अनशन विभिन्न मांगों को लेकर मत्स्यजीवी सहयोग समिति के सदस्यों का आमरण अनशन शुरू हो गया है. हर रोज पांच-पांच सदस्य कार्यालय के समक्ष धरना देकर आवाज बुलंद करेंगे. वहीं एसडीओ के निर्देश पर दंडाधिकारी भी नियुक्त कर दिये गये थे. साहिबगंज : जिला मुख्यालय […]
विरोध. मत्स्य कार्यालय प्रांगण में मछुआरों ने शुरू किया आमरण अनशन
विभिन्न मांगों को लेकर मत्स्यजीवी सहयोग समिति के सदस्यों का आमरण अनशन शुरू हो गया है. हर रोज पांच-पांच सदस्य कार्यालय के समक्ष धरना देकर आवाज बुलंद करेंगे. वहीं एसडीओ के निर्देश पर दंडाधिकारी भी नियुक्त कर दिये गये थे.
साहिबगंज : जिला मुख्यालय के साक्षरता चौक के समीप जिला मत्स्य कार्यालय प्रांगण में सोमवार को राजमहल मत्स्यजीवी सहयोग समिति के वंचित मछुआरों ने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत आमरण अनशन शुरू किया. पहले दिन दिलीप महलदार, राजेंद्र सरकार, हरिलाल बिंद, बाबुलाल महलदार, कैलाश महलदार ने अनशन का नेतृत्व किया. हर रोज अलग-अलग पांच सदस्य धरना पर बैठकर मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद करेंगे. मौके पर एसडीओ के निर्देश पर मत्स्य पर्यवेक्षक रामानुज प्रसाद दंडाधिकारी के रूप में तैनात थे.
आमरन अनशन पर बैठे पांच सदस्य व अन्य लोग.
क्या कहते हैं मत्स्य पदाधिकारी
जिला मत्स्य पदाधिकारी जयंत रंजन ने कहा कि वर्ष 2015-18 तीन वर्षों के लिए जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा पोखर की बंदोबस्त की गयी है. पूर्व के समिति के द्वारा लगान व रसीद बराबर कटाया जा रहा है. बकाया नहीं है. रद्द हुआ भी था तो कुछ दिन के अंदर नयी कमेटी बना ली. बहरहाल इन लोगों की मांगे व जानकारी अपने निदेशक को दे दिया गया है. कोई भी बात जिला सहकारिता विभाग से कर सकते हैं.
क्या हैं मांगे
न्यायालय निबंधन सहयोग समितियां झारखंड रांची के आदेशों की अवहेलना करते हुए जिला मत्स्य पदाधिकारी द्वारा राजमहल मत्स्यजीवी सहयोग समिति के विवादित पदाधिकारियों के साथ वर्ष 2016-17 के लिए जलकर तालाबों की बन्दोबस्ती रद्द करने, वरीय पदाधिकारी से जांच करायी जाये व सलिप्त पदाधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाये. राजमहल मत्स्यजीवी सहयोग समिति के द्वारा अवैधपूर्ण एवं रहस्यमय तरीके से जलकर वितरण की जांच हो, अविलंब जिला सहकारिता विभाग द्वारा समिति को अवक्रमित करते हुए स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराया जाये, समिति से गैर मछुआरों की सदस्यता रद्द हो,
कौन-कौन थे अनशन में शामिल
राजेंद्र सरकार, छेदी लाल बिंद, युवराज मंडल, बेचन महलदार, विरेन महलदार, लगन महलदार, संजय बिंद, खेतीन बिंद, केलाम महलदार, प्रदीप महलदार, धनंजय महलदार, सोमड़ा महलदार, दिलीप महलदार, गणेश महेलदार, मुन्नु मंडल, उदय बिंंद, कैलाश बिंद, बाबूलाल महलदार, सुदामा महलदार, मनोज बिंद, सांतनु महलदार, भीम महलदार, प्रदीप महलदार, विशाल महलदार, सुभाष महलदार समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे.