साहिबगंज : झरना कॉलोनी में वर्षों से खराब पड़े जल परिशोधन केंद्र खराब पड़े रहने के सवाल पर जीएम ने डीआरएम से कारण पूछा और इसे जल्द से जल्द चालू कराने का निर्देश दिया. ज्ञात हो कि 20 वर्ष पूर्व झरना कॉलोनी में रेलवे द्वारा गंगा का पानी उठा कर उक्त जल परिशोधन केंद्र में […]
साहिबगंज : झरना कॉलोनी में वर्षों से खराब पड़े जल परिशोधन केंद्र खराब पड़े रहने के सवाल पर जीएम ने डीआरएम से कारण पूछा और इसे जल्द से जल्द चालू कराने का निर्देश दिया. ज्ञात हो कि 20 वर्ष पूर्व झरना कॉलोनी में रेलवे द्वारा गंगा का पानी उठा कर उक्त जल परिशोधन केंद्र में पाइप के माध्यम से पहुंचाया जाता है. जहां गंगा जल के परिशोधित कर रेलवे स्टेशन, यार्ड, लोक, सभी रेलवे के कार्यालय व सैकड़ों रेलवे क्वार्टरों में सप्लाय किया जाता था.
परंतु करीब 10 वर्षों से उक्त जल परिशोधन केंद्र में स्थापित परिशोधन यंत्र खराब हो गया है. जिसे विभागीय लापरवाही के कारण अब तक ठीक नहीं कराया गया और गंगा जल में मात्र फिटकीरी डाल कर पानी को साफ किया जाता है. और उसी पानी का सप्लाय पूरे रेलवे क्षेत्रों में आपूर्ति किया जाता है. इधर जीएम के आदेश पर रेलवे कर्मचारी में खुशी का माहौल व्याप्त है.
कई विभाग में नहीं कर सके निरीक्षण : समय के अभाव के कारण कई विभाग जैसे एआरटी, मेडिकल यान, नव निर्माण डीएमयू सेड का नहीं कर सके निरीक्षण. भागलपुर से साहिबगंज के वार्षिक निरीक्षण के क्रम में निर्धारित समय से डेढ़ घंटे विलंब होने के कारण नहीं जा सके.
अन्य दिनों की अपेक्षा अलग दिखा स्टेशन : अन्य दिनों की अपेक्षा स्टेशन का नजारा कुछ और था. सभी पूरे ड्रेस में तैनात थे व अपने ड्यूटी पर तैनात थे. स्टेशन परिसर पर चार पहिया व दो पहिया वाहन वर्जित था.
कौन-कौन थे मौजूद : जीएम धनश्याम सिंह, डीआरएम मोहित सिन्हा, सीईई, सीएसई, सीएनई, सीएमडी, सीएसओ, पीसीई, सीएमएस, सीओएम, सीसीएम, सीएओ/सीओएन, सीपीओ, एफए एंड सीएओ रेल आईजी, कमांडेंट, स्टेशन प्रबंधक, सीआइटी, एईएन, व आरपीएफ के जीआरपी पुलिस सहित कई रेल अधिकारी थे.