जंगे आजादी के वीर शहीद को किया नमन

समाराेह. जलेबी घाटी में तिलका मांझी की प्रतिमा का अनावरण, जुटी हजारों की भीड़ पहाड़िया लैंड मुक्ति सेना समारोह आयोजित कर अंगरेजों से लड़ते हुए 35 बरस की उम्र में ही शहादत देनेवाले जंगे आजादी के वीर सेनानी तिलकामांझी की प्रतिमा का अनावरण किया. इस दौरान लोगों ने संताली संस्कृति को बचाये रखने की मांग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 12, 2017 6:56 AM

समाराेह. जलेबी घाटी में तिलका मांझी की प्रतिमा का अनावरण, जुटी हजारों की भीड़

पहाड़िया लैंड मुक्ति सेना समारोह आयोजित कर अंगरेजों से लड़ते हुए 35 बरस की उम्र में ही शहादत देनेवाले जंगे आजादी के वीर सेनानी तिलकामांझी की प्रतिमा का अनावरण किया. इस दौरान लोगों ने संताली संस्कृति को बचाये रखने की मांग की.
साहिबगंज : तिलका मांझी उर्फ जबरा पहाड़िया की शहादत को कोई भूला नहीं सकता है. जंगे आजादी में विष बुझे हुए तीर से अंगरेज गवर्नर क्लीवलैंड को घायल कर तिलकामांझी ने भागलपुर समेत पूरे संताल को आजादी दिलायी थी. ये बातें नप अध्यक्ष राजेश गोड़ ने शनिवार को जिला मुख्यालय से आठ किमी दूर जलेबी घाटी के तेतरिया पंचायत के विश्राम गृह चौक पर 50 हजार की लागत से बनी तिलका मांझी की प्रतिमा अनावरण के बाद जनसभा को संबोधित करते कही.
उन्होंने कहा कि पहाड़िया रिजर्व पहाड़िया लैंड की मांग को सरकार को मानना चाहिए. इसके पूर्व प्रतिमा स्थल पर फीता काट कर व प्रतिमा का ढके सर को कपड़ा हटाकर अनावरण किया. पहाड़िया लैंड मुक्ति सेना के अध्यक्ष अरिंनजल सिंह पहाड़िया ने कहा कि 12 फरवरी 1750 को जन्म हुआ. स्वतंत्रता संग्राम के तहत अंग्रेजों के खिलाफ 1772 से 1785 तक सबसे लंबी लडाई लड़ी. 1782 ई में सैन्य पहाड़िया बटालियन हिल्स रेंज का नेतृत्व किया. 11 फरवरी 1785 शहीद हो गये. इसके पूर्व मुख्य अतिथि व अन्य गणमान्य लोगों के द्वारा प्रतिमा पर विधिवत पूजा अर्चना की गयी. मौके पर लैंड मुक्ति सेना के अध्यक्ष अरिनजल सिंह पहाड़िया, कृष्णा साह, मुखिया गांगू पहाड़िया, प्रधान चंदू पहाड़िया, बोबे पहाड़िया, सीरील पहाड़िया, इतवारी पहाड़िया, देवेंद्र गृह, जेम्स मालतो, एतवारी मालतो, संजय पहाड़िया, हीरा लाल पहाड़िया, कार्तिक साह, बैद्यराजेश सिंह, जिच्छू यादव, पवनसिंह, कुंदन साह समेत दर्जनों महिला-पुरुष उपस्थित थे.

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