राजमहल को मिले पर्यटन का दरजा

विचार संगोष्ठी. युवाओं ने आंदोलन जारी रखने का लिया संकल्प राजमहल द वर्जिन टूरिस्ट डेस्टिनेशन के बैनर तले सदस्यों ने होली मिलन समारोह आयोजित कर सरकार से इस दिशा में पहल की मांग की है. कहा कि घोषणा के बाद भी जमीनी स्तर पर कोई कार्य नहीं हो पाया है . राजमहल : राजमहल द […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 12, 2017 4:43 AM

विचार संगोष्ठी. युवाओं ने आंदोलन जारी रखने का लिया संकल्प

राजमहल द वर्जिन टूरिस्ट डेस्टिनेशन के बैनर तले सदस्यों ने होली मिलन समारोह आयोजित कर सरकार से इस दिशा में पहल की मांग की है. कहा कि घोषणा के बाद भी जमीनी स्तर पर कोई कार्य नहीं हो पाया है
.
राजमहल : राजमहल द वर्जिन टूरिस्ट डेस्टिनेशन के बैनर तले राजमहल को पर्यटन स्थल का दरजा दिलाने को लेकर युवा संवाद संगोष्ठी सह होली मिलन समारोह का आयोजन शनिवार को शहर के सिंघीदलान में हुआ. कार्यक्रम की अध्यक्षता संचालक आदित्य प्रताप ने की. श्री प्रताप ने कहा कि पिछले तीन वर्षों से राजमहल के युवा वर्ग सोशल मीडिया के माध्यम से राजमहल के ऐतिहासिक धरोहर की विशेषता व राजमहल को पर्यटन का दिलाने का अभियान चला रहे हैं. स्थानीय जनप्रतिनिधि,
पदाधिकारी के साथ -साथ पर्यटन विभाग के मंत्री द्वारा भी दरजा दिलाने व पर्यटन के क्षेत्र में विकास करने को लेकर घोषणा की गयी. हालांकि पर्यटन के क्षेत्र में जमीनीस्तर पर कोई कार्य नहीं हुआ है. राजमहल में वर्ष भर देशी-विदेशी पर्यटकों का आवागमन होते रहता है. परंतु ठहरने की कोई व्यवस्था नहीं है.
वर्षों से उठ रही मांग, अब तक नहीं हुई पहल
रंग-गुलाल लगा कर दी बधाई
राजमहल द वर्जिन टूरिस्ट डेस्टिनेशन के सदस्यों ने होली की पूर्व संध्या पर विचार संगोष्ठी के उपरांत एक दूसरे को रंग गुलाल लगाकर होली पर्व की बधाई दी. मौके पर गगन बापू, गौरव भारती, आनंद घोष, रोहित खान, शिवम गुप्ता, आशिफ खान, राजनारायण पंडित, गुरुदेव पंडित, सावन कुमार विशाल, संतोष प्रमाणिक, देवजीत सिंह, अंबर बापू, आशीष अग्रवाल सहित अन्य मौजूद थे.
राजमहल के ऐतिहासिक धरोहर भ्रमण को लेकर पर्यटकों का आवागमन लगा रहता है. परंतु कोई सुविधा नहीं है.
गगन बापू
राजमहल के युवा वर्ग द्वारा पर्यटन का दरजा देने की मांग की जा रही है. पर सरकार द्वारा इस दिशा पर कोई खास पहल नहीं कर रही है.
आनंद घोष
पर्यटन का दरजा मिलने से राजमहल में आनेवाले पर्यटकों सुविधा मिलेगी तथा राजमहल का भी चौहमुखी विकास संभव है.
तहसीन आलम
सोशल मीडिया व मांग-पत्र के माध्यम से हम युवा वर्गों के द्वारा लगातार राजमहल को पर्यटन का दरजा दिलाने की मांग की जा रही है.
गौरव भारती

Next Article

Exit mobile version