विहिप व भाजपा नेता आमने-सामने

राजमहल : शहर स्थित श्री कृष्ण मुरारी गौशाला में गौसेवक सह विहिप के नगर सत्संग प्रमुख के साथ मारपीट किये जाने के मामले में भाजपा नेता के शामिल होने से चर्चा का बाजार गर्म है. गौसेवक सीताराम ढोली के बयान पर राजमहल थाना पुलिस ने भाजपा नेता प्रदीप अग्रवाल, प्रीतम चिरानियां, अशोक अग्रवाल, ब्रज किशोर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 4, 2017 12:36 AM

राजमहल : शहर स्थित श्री कृष्ण मुरारी गौशाला में गौसेवक सह विहिप के नगर सत्संग प्रमुख के साथ मारपीट किये जाने के मामले में भाजपा नेता के शामिल होने से चर्चा का बाजार गर्म है. गौसेवक सीताराम ढोली के बयान पर राजमहल थाना पुलिस ने भाजपा नेता प्रदीप अग्रवाल, प्रीतम चिरानियां, अशोक अग्रवाल, ब्रज किशोर राय के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली है. दोनों पक्षों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. कहते हैं भाजपा नेता :

भाजपा नेता प्रदीप अग्रवाल ने कहे कि गौशाला संचालन के लिए दस सदस्य समिति का गठन तत्कालीन एसडीओ संजीव कुमार बेसरा के द्वारा किया. जिसमें गौशाला में देखरेख की जिम्मेवारी कालीचरण मंडल ने लिया था. कालीचरण के द्वारा गौशाला के दो प्लाट से लगभग दो हजार टेक्टर मिट्टी को बेच दिया गया. जिसे लेकर समाज के कुछ लोगों द्वारा इसकी शिकायत अनुमंडल पदाधिकारी से की गई. जिसपर पहल करते हुए शनिवार को को बैठक बुलाई थी जिसमें कालीचरण से स्पष्टीकरण पूछा गया. धमकाने व प्रताडित करने के लिए कालीचरण द्वारा गौसेवक से झूठा मुकदमा कराया गया है जो सरासर गलत है.

कहते हैं विहिप नेता सह संरक्षक

विहिप नेता सह गौशाला के संरक्षक कालीचरण मंडल ने कहा कि 25.06.2015 को तत्कालीन अनुमंडल पदाधिकारी संजीव कुमार बेसरा को गौशाला के गौचर भूमि से मिट्टी काटने की शिकायत मेरे द्वारा की गई थी. विहिप व आरएसएस के कार्यकर्ताओं द्वारा जब सभी जमीनों का मुआयना किया गया था तब मिट्टी कटा हुआ पाया था. दो साल पहले कटी हुई मिट्टी को वर्तमान में मेरे द्वारा बेचे जाने का आरोप गलत है. मेरे छवी को धूमिल करने की साजिश है. गौसेवक सीताराम ढोली के साथ घटना घटित हुई है. मेरे द्वारा कोई साजिश नहीं रची गई है. कुछ लोग गौशाला के अहित में अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं.

कहते हैं अनुमंडल पदाधिकारी

अनुमंडल पदाधिकारी चिन्टू दोराई बुरु ने कहा कि मिट्टी काटने की शिकायत मिली थी जिसपर स्पष्टीकरण पूछा गया था. कालीचरण द्वारा स्पष्टीकरण भी दे दिया गया है. स्थायी समिति गठन का निर्देश दिया गया है. गठित समिति के समक्ष ही निर्णय लिया जायेगा.

Next Article

Exit mobile version