जिले के तीन पर्यटन स्थलों के जीर्णोद्धार के लिए जल्द शुरू होगा कार्य : डीसी
साहिबगंज जिले के सात पर्यटन स्थलों के लिए 19 करोड़ रुपये की मिली प्रशासनिक स्वीकृति
साहिबगंज. जिले के सात पर्यटन स्थलों का 19 करोड़ रुपये की लागत से जीर्णोद्धार होगा. तीन पर्यटन स्थलों के जीर्णोद्धार के लिए पर्यटन, कला संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग झारखंड द्वारा प्रशासनिक स्वीकृति दी गयी है. जल्द ही पर्यटन निदेशालय द्वारा कार्य शुरू करवाया जायेगा. यह बातें डीसी हेमंत सती ने कहीं. उन्होंने कहा कि राज्य स्कीम बजट पर्यटन जनजातीय क्षेत्र उपयोजनांतर्गत जिले के कन्हैया स्थान का पर्यटकीय विकास कार्य को लेकर दो करोड़ बावन लाख अठासी हजार छह सौ रुपये, सिदो-कान्हू मुर्मू जन्मस्थली के उन्नयन व सौन्दर्यीकरण कार्य को लेकर दो करोड़ छियानवे लाख बारह हजार तीन सौ रुपये और मोतीझरना के आसपास उन्नयन व सौन्दर्यीकरण कार्य को लेकर अन्ठानवे लाख छियानवे हजार रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गयी है. जल्द ही कार्य शुरू होगा. ज्ञात हो कि डीसी सह अध्यक्ष जिला पर्यटन संवर्धन समिति साहिबगंज द्वारा जिला पर्यटन संवर्धन समिति में साहिबगंज के सभी पर्यटन स्थलों का मास्टर प्लान बनाने के लिए झारखंड भवन निर्माण निगम लिमिटेड के परामर्शी से डीपीआर तैयार करने का प्रस्ताव पारित कर विभाग से पत्राचार किये थे. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में साहिबगंज जिला पर्यटन क्षेत्र का हब होगा. यहां राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन क्षेत्र विकसित होगा. इसके लिए सरकार को प्रस्ताव बनाकर भेजा गया. ग्रुप-ए में पांच करोड़ रुपये, बी में तीन करोड़ रुपये, सी में एक करोड़ रुपये व डी में 50 लाख रुपये तक खर्च करने का प्रावधान है. ए में अंतरराष्ट्रीय, बी में राष्ट्रीय, सी में राज्यस्तरीय व डी में जिलास्तरीय पर्यटन क्षेत्र का चयन किया जाता है. इसी कड़ी में मंडरो प्रखंड में फॉसिल्स पार्क को मोतीझरना तालझारी को डी से बी में अपग्रेड करने का प्रस्ताव भेज दिया गया है. साहिबगंज व राजमहल घाट में जलक्रीड़ा व क्रूज जहाज चलाने की भी योजना : डीसी साहिबगंज. डीसी हेमंत सती ने कहा कि साहिबगंज व राजमहल घाट में जलक्रीड़ा व क्रूज जहाज चलाने की भी योजना है, जिसमें मोटर बोट व स्टीमर के सहारे उधवा, राजमहल से साहिबगंज तक पर्यटक पर्यटन क्षेत्र का दर्शन कर सकते हैं और जहाज का लुत्फ उठा सकते हैं. साहिबगंज व राजमहल घाट में जलक्रीड़ा व बोट रखने के लिए पार्किंग स्थल का भी निर्माण किया जायेगा. बोरियो प्रखंड के पहाड़ के कोना में स्थित बोंगाकोचा, जहां पर झरना से पानी गिरता है और मंदिर भी है, उक्त स्थल को बोरियो व बरहेट के हाथीगढ़ के रास्ते जाने के लिए सुगम रास्ता बनाने व पर्यटन क्षेत्र को विकसित करने का प्रस्ताव लिया गया है. इसे जिला समिति की ओर से अधिसूचित किया गया है. ढाई करोड़ रुपये की लागत से भोगनाडीह में स्टैच्यू पार्क व स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े कलाकृति, लाइटिंग, गार्डेन, गार्ड रूम, शौचालय, ओपेन थियेटर का निर्माण होगा. कन्हैया स्थान के जीर्णोद्धार के लिए, शिवगादी के लिए भी ढाई करोड़ रुपये की लागत से पार्किंग एरिया का निर्माण होगा. बरहेट से गुमानी नदी पार कर शिवगादी जाने से पहले मुख्य गेट बनाया जायेगा. साथ ही एक तालाब का निर्माण होगा. राजमहल के सिंधी दलान के जीर्णोद्धार पर तीन करोड़ रुपये खर्च होंगे. एक करोड़ रुपये की लागत से मोतीझरना का विकास किया जायेगा. उधवा पक्षी अभ्यारण्य के विकास पर पांच करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. बरहेट बाजार के बीच में स्थित बड़ा तालाब का जीर्णोद्धार ढाई करोड़ रुपये से किया जायेगा.
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