साहिबगंज. जिला नीलाम पदाधिकारी के समक्ष अधिक भुगतान की गयी राशि की वसूली के लिए परमार कंस्ट्रक्शन एंड सप्लायर वाराणसी के विरुद्ध नीलाम पत्र दाखिल किया गया है. पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता शशि शेखर सिंह ने बताया कि, पत्र में जिक्र है कि साहिबगंज शहरी जलापूर्ति योजना का कार्य के लिए अभियंता प्रमुख, पीएचइडी, झारखंड के लेटर ऑफ़ एक्सेप्टेंस निर्गत किया गया. इसके अनुसार कार्य को 17दिसंबर 2020 तक पूर्ण करने का लक्ष्य था. कार्य को ससमय पूर्ण करने के लिए अनेकों बार वरीय पदाधिकारियों की अध्यक्षता में बैठक कर निर्देश भी दिये गये, लेकिन परिणाम शून्य रहा है. फलस्वरूप लगभग 5 वर्ष व्यतीत होने के बाद भी योजना अपूर्ण है. उक्त योजना का अनुश्रवण रांची हाइकोर्ट द्वारा भी किया जा रहा है. इतने लम्बे अवधि तक योजना को अपूर्ण रखने, इकरारनामा की शर्तों का उल्लंघन करने व योजना का लाभ शहरवासियों को नहीं मिलने के कारण योजना का इकरारनामा विखंडित करने की अनुशंसा की गयी. पीएचइडी के अभियंता प्रमुख के पत्र के आधार पर 20 नवंबर 24 द्वारा सभी प्रक्रियाओं एवं औपचारिकताओं को पूरा कर नियमानुसार संवेदक के साथ किये गये इकरारनामा को विखंडित करने का निर्देश मिला है. इसके बाद जनहित एवं कार्यहित में इकरारनामा विखंडित की गयी. संवेदक द्वारा कराये गये कार्यों की अंतिम मापी अधीक्षण अभियंता, दुमका पीएचइडी द्वारा गठित तकनीकी टीम द्वारा ली गयी. पुनरीक्षित प्राक्कलत तैयार करने के कम में यह संज्ञान में आया कि, संवेदक द्वारा 6,40,23,705 रुपये का काम से अधिक भुगतान किया गया है. इसे लेकर उक्त राशि की वसूली के लिए शैलेंद्र कुमार सिंह, प्रो परमार कंस्ट्रक्शन एंड सप्लायर, वाराणसी के विरुद्ध नीलाम पत्र दायर किया गया है.
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