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लाभुकों ने बकरा-बकरी लेने से किया इंकार, कमजोर व बीमार देने का लगाया आरोप

लाभुकों ने बकरा-बकरी लेने से किया इंकार, कमजोर व बीमार देने का लगाया आरोप

प्रतिनिधि, बरहरवा मंगलवार को प्रखंड मुख्यालय परिसर में मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत लाभुकों के बीच बकरा-बकरी का वितरण किया गया, लेकिन इस दौरान लाभुकों ने पशु लेने से इनकार कर दिया. उनका कहना था कि योजना के तहत दिए जा रहे पशु कमजोर और बीमार हैं, जिससे उन्हें योजना का पूरा लाभ नहीं मिल सकेगा. कल्याण विभाग द्वारा चयनित लाभुकों को बकरा विकास योजना के तहत बकरा और बकरी दिये जा रहे थे. इस मौके पर सांसद प्रतिनिधि, विधायक प्रतिनिधि, मुखिया, उप प्रमुख समेत कई लोग बुलाये गये थे. लेकिन जैसे ही वितरण की प्रक्रिया शुरू हुई, लाभुकों ने पशुओं की हालत देखकर नाराजगी जतायी और लेने से इंकार कर दिया. लाभुकों बीटी मुर्मू, सुमि सोरेन, होपनमय मुर्मू, मरियम मुर्मू और अन्य ने शिकायत की है कि दिये गये पशु कमजोर और बीमार हैं. उनका कहना था कि ऐसे पशु जल्द ही मर जायेंगे, जिससे योजना का लाभ नहीं मिल पायेगा. उन्होंने बताया कि इससे पहले भी योजना के तहत दिये गये पशु कुछ दिनों में मर गये थे और उन्हें बीमा का लाभ भी नहीं मिल सका था. योजना का उद्देश्य मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत लाभुकों को चार बकरी और एक बकरा शत-प्रतिशत अनुदान पर दिया जा रहा है. एक लाभुक पर सरकार करीब 24,000 रुपये खर्च कर रही है. इन लाभुकों ने योजना का लाभ लेने के लिए “आपकी सरकार आपके द्वार ” कार्यक्रम में आवेदन जमा किये थे. एजेंसी ने अच्छी गुणवत्ता वाले बकरा-बकरी देने का दिया आश्वासन उड़ान फाउंडेशन के प्रतिनिधि संतोष कुमार सिंह ने लाभुकों को आश्वासन दिया कि अगर लोग दिये गये पशुओं से संतुष्ट नहीं हैं, तो जल्द ही अच्छी गुणवत्ता वाले पशु उपलब्ध कराए जायेंगे. इस दौरान झामुमो के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष अब्दुल गफ्फूर, उप प्रमुख अब्दुल कादिर, अशोक दास, कोटालपोखर की मुखिया सेरोफिना हेम्ब्रम, और प्रभारी प्रखंड कल्याण पदाधिकारी गौतम कुमार समेत अन्य लोग उपस्थित थे. लाभुकों की नाराजगी और शिकायतों ने योजना की प्रभावशीलता पर सवाल खड़े कर दिये हैं. क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि……………… इस मामले में सांसद प्रतिनिधि अब्दुल कादिर ने बताया कि एजेंसी द्वारा जो बकरा-बकरी लाभुकों के बीच वितरित किये जा रहे हैं, वह अच्छी क्वालिटी के नहीं हैं. एजेंसी को जल्द इसे बदलकर उत्तम क्वालिटी का पशु वितरण करने की आवश्यकता है. यह सरकार की महत्वपूर्ण योजना है. लोगों को शत-प्रतिशत इसका लाभ मिलना चाहिये. वहीं, विधायक प्रतिनिधि बरकत खान ने बताया कि लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार यह महत्वपूर्ण योजना चल रही है. लाभुकों के बीच बेहतर क्वालिटी के बकरा-बकरी ही वितरित किये जाने चाहिए. इसमें किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जानी चाहिए.

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