छह घंटे तक बंद रही शहर की दुकानें, ग्रीन होटल के पास जेएमएम कार्यकर्ताओं ने किया सड़क जाम

सुप्रीम कोर्ट के फैसले का किया विरोध, कई पार्टियों ने किया बंदी का समर्थन

By Prabhat Khabar News Desk | August 21, 2024 11:43 PM
an image

साहिबगंज. सर्वोच्च न्यायालय का फैसला एसटी एससी जाति में वर्गीकरण के विरोध में बुधवार सुबह छह बजे एसटी एससी के समर्थन में विभिन्न राजनीतिक पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, शिव सेना व भीम आर्मी, अनुसूचित जनजाति एवं अनुसूचित जनजाति समाज के संयुक्त रूप से बंदी में अपना समर्थन जताया है. बुधवार को सुबह करीब आठ बजे से सभी पार्टी के दल एकजुट होकर स्टेशन चौक से रैली निकालते हुए पटेल चौक, बाटा रोड, गांधी मोड़, चौक बाजार, एलसी रोड, बादशाह चौक के रास्ते पुनः पटेल चौक पहुंचकर स्टेशन चौक पर धरना प्रदर्शन किया है. इसके बाद ग्रीन होटल मोड़ को बांस लगाकर सड़क जाम कर दिया. जहां सिर्फ पैदल चलने वाले लोगों को ही जाने की अनुमति मिल रही थी, बाकी वहां वापस मुड़कर विपरीत दिशा में जा रहे थे. इस दौरान पार्टी के लोगों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी किया. संविधान से छेड़छाड़ बंद करो, एसटी एससी का वर्गीकरण बंद करो, आरक्षण पर प्रहार नहीं चलेगी जैसे नारे लगाते हुए सड़क जाम कर दिया. तकरीबन छह घंटे तक जाम रहने के बाद 2:00 बजे बंदी का असर कम हुआ और लोगों का आवागमन शुरू होने लगा. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए झामुमो केंद्रीय समिति के सदस्य नज़रुल इस्लाम, झामुमो नेता एमटी राजा, झामुमो जिला अध्यक्ष शाहजहां अंसारी, कांग्रेस उपाध्यक्ष मोहम्मद कलीमुद्दीन, रजत पार्टी के जिला अध्यक्ष सत्य नारायण यादव, शिवसेना के जिला अध्यक्ष एम तिवारी, राजू अंसारी, इकलाख नदीम, सुरेंद्र यादव, रिजवान अंसारी, मुजम्मिल शेख, गोपाल यादव, सुल्तान अंसारी, वारिश अंसारी, आफताब खान, अखिलेश यादव, मुन्ना यादव, दारा पासवान, आम आदमी पार्टी के रंधीर चौरसिया सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे. छह घंटे तक दिखा बंद का असर बंदी के आह्वान के बाद सुबह कुछ दुकानें तो खुलीं, लेकिन जैसे ही विरोध करने वाले समर्थक सड़क पर उतरे तो लोगों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद करना शुरू कर दिया. इस दौरान चौक बाजार, बाटा रोड, एलसी रोड कॉलेज रोड, पूर्वी फाटक के निकट, टमटम स्टैंड रोड सहित कई दुकानें बंद रही. जानकारों की माने तो बंदी के असर में साहिबगंज शहर में तकरीबन 50 लाख से 70 लाख रुपये के दुकानदारी के खरीदारी पर असर पड़ा. हालांकि शाम में दुकान खुल जाने से लोगों ने अपने खरीदारी खुलकर की है. बैंक व स्कूल रहे बंद, टोटो नहीं चलने से यात्री परेशान एसटीएससी मामले में एकदिवसीय बंदी का असर बैंक व स्कूल में देखने को मिला, जो पूरी तरह से बंद दिखायी दिया. एक-दो बैंक सुबह में खुले, लेकिन जब समर्थक पहुंचे तो बैंक को भी बंद कर दिया गया. वहीं शहर के कई गैर सरकारी स्कूल भी बंद दिखायी दिये. इधर शहर में टोटो नहीं चलने से दूर दराज से आए हुए यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है. बच्चे, बूढ़े व महिलाओं को पैदल ही अपने-अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ा. हालांकि बीच में कहीं-कहीं एक दो टोटो चलते दिखायी, लेकिन अधिकतर टोटो बंद थे. जिस कारण महादेवगंज, कोदर्जन्ना, घोरमारा पुल, लाल बन्ना, पुरानी साहिबगंज, लॉन्च घाट, चानन, पूर्वी फाटक, साक्षरता मोड व आजाद नगर के अलावा स्टेडियम रोड जाने वाले यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना पड़ा करना पड़ा है. कई नेता पहुंचे मुख्यालय विभिन्न पार्टी से कई नेता मुख्यालय में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के मामले में शहर में हो रहे बंदी का समर्थन किया है. हालांकि कई पार्टियों के कार्यकर्ताओं द्वारा बंदी में समर्थन देते हुए बंद कराया जा रहा था. लेकिन बंदी शुरुआत होने के करीब चार घंटे बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति सदस्य प्रोफेसर नज़रुल इस्लाम साहिबगंज पहुंच कार्यकर्ताओं का हौसला अफजाई किया है. इसके तकरीबन एक घंटे के बाद झामुमो के दिग्गज नेता एमटी राजा भी कार्यकर्ताओं के बीच अपनी मौजूदगी जताते हुए बंद में समर्थन दिया. अपने इलाकों में बंदी का समर्थन छोड़ साहिबगंज पहुंचने पर शहर में चर्चा का विषय बना रहा. बोले विभिन्न पार्टियों के नेता सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के विरोध में भारत बंद का शिवसेना केंद्रीय कार्यालय के आदेशानुसार बंद का समर्थन करती है. संगठन के निर्देश पर आगे भी आंदोलन किया जासेगा. एमटी राजा, झामुमो नेता सर्वोच्च न्यायालय द्वारा स्ट्रिक्ट मामले में दिए गए निर्देश के विरोध में महागठबंधन अपना समर्थन देती है. हमारा मानना है कि यह संविधान की बदलने की एक नीति है. इसलिए हमलोग इसका विरोध करते है. मोहम्मद कलीमुद्दीन कांग्रेस पार्टी जिला उपाध्यक्ष हमलोग पार्टी के सदस्य सीधे तौर पर बंदी नहीं कर रहे है. लेकिन हम बंदी समर्थन करते हैं. उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा एसटी एससी आरक्षण को जो वर्गीकृत किया गया है. इससे सामाजिक कार्यों मे बाधा उत्पन्न हो सकती है. प्रोफेसर नज़रुल इस्लाम झामुमो केंद्रीय समिति सदस्य एक दिवसीय भारत बंद का हम सब समर्थन करते हैं. सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए निर्देश एसटी एससी के मामले में समीक्षा होनी चाहिए. सत्यनारायण यादव जिला अध्यक्ष, राष्ट्रीय जनता दल सर्वोच्च न्यायालय का निर्देश एससीएसी का उत्थान व मजबूती लिए बाधक का रूप बन गई है. भारत बंदी में हम लोग सक्रिय रूप से रूप से समर्थन करते हैं. शाहजहां अंसारी झामुमो जिला अध्यक्ष साहिबगंज. अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति समाज की ओर से एससी-एसटी के आरक्षण की वर्गीकरण एवं क्रिमिलेयर के खिलाफ भारत बंद का समर्थन करते हुए साहिबगंज नगर को बंद किया गया. भारत सरकार से मांग किया गया कि संसद में अध्यादेश बिल लाकर एक अगस्त 2024 को सर्वोच्य न्यायालय द्वारा एससी-एसटी आरक्षण में जाति वर्गीकरण एवं क्रिमिलेयर के फैसले को निरस्त करें. इस दौरान बालदेव उरांव, अनिल पासवान, दिनेश पासवान, अनुपला हरि, प्रदीप पासवान, कपिल दास, लक्ष्मण दास, रामू पासवान, आदित्य नारायण, महेंद्र पासवान, अनिल कुमार पासवान, साहिबगंज काॅलेज के चितरंजन रविदास, ॠतुराज पासवान, दिवाकर पासवान, अभय कुमार, मनोहर मुर्मू, आशीष कुमार, छोटू कुमार, सोनू रजक, मंतो उरांव सहित कई लोग उपस्थित थे. तालझारी : बेलदारचक के पास जेएमएम ने किया सड़क जाम तालझारी. एससी/एसटी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में बुधवार को भारत बंद का तालझारी में भी असर देखा गया है. झामुमो प्रखंड अध्यक्ष चरण हांसदा के नेतृत्व में बुधवार की सुबह 10 बजे बेलदार चक कब्रिस्तान मोड़ के पास बांस से घेरकर सड़क को जाम कर दिया. लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से सड़क जाम का समर्थन करते हुए इसे सफल करने की अपील की गयी. दर्जनों झामुमो कार्यकर्ता मौके पर मौजूद होकर जाम को सफल करने में जुटे रहे. दिनभर इस मार्ग में आवागमन ठप रहा. भारत बंदी को लेकर शांति व्यवस्था को लेकर राजमहल इंस्पेक्टर थाना प्रभारी अमर कुमार मिंज सहित पूरे बल मौजूद रहें. बोरियो: तीनमुहानी मोड़ के पास किया सड़क जाम, परेशानी बोरियो. एससी/एसटी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में बुधवार को भारत बंद का आह्वान पर झामुमो कार्यकर्ताओं ने भारत बंद का समर्थन दिया. प्रखंड अध्यक्ष के नेतृत्व में तीनमुहानी मोड़ समीप बांस बल्ला लगाकर सड़क को जाम कर दिया. भारत बंद का असर सुबह से ही देखने को मिला. झामुमो कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर आवागमन पूरी तरह बाधित कर दिया. जिससे आवागमन करने में लोगो को काफी परेशानी हुई. झामुमो केंद्रीय समिति सदस्य स्टीफ़न मुर्मू ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति में उपवर्गीकरण और क्रीमीलेयर को लेकर दिए निर्णय के विरोध में विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों द्वारा 21 अगस्त को भारत बंद का आह्वाहन किया गया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा इस शांतिपूर्ण बंद का पूर्णतः समर्थन करते हुए साहेबगंज जिला कमेटी के आदेश पर बोरियो में चक्का जाम किया गया. उन्होंने कहा कि केंद्रीय अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति में उपवर्गीकरण से समाज को तोड़ने की सोच को कभी भी सफल नहीं होने दिया जाएगा. इस मौके पर नजरुल इस्लाम, सचिव गफ्फार अंसारी, किसान मोर्चा जिला उपाध्यक्ष मंडल मरांडी, उपाध्यक्ष रिजवान अंसारी, अर्जुन रजक, लखीराम मुर्मू, बाबूलाल हेम्ब्रम, कोषाध्यक्ष शकील अहमद, मरांग बेसरा, सकल हेंब्रम सहित अन्य मौजूद थे. मिर्जाचौकी-भगैया मार्ग को बांस-बल्ला लगा कर किया जाम मंडरो. आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर मिर्जाचौकी नीमगाछी सिदो-कान्हू चौक के पास बुधवार की सुबह से ही झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला परिषद सदस्य धनंजय सोरेन के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ताओं के साथ मिर्जाचौकी-भगैया मार्ग को बांस बल्ला लगा कर जाम दिया गया. वही मंडरो में बीस सूत्री प्रखंड अध्यक्ष सुबोध सोरेन के नेतृत्व में और भगैया बिशन पुर चौक पर प्रखंड अध्यक्ष जेम्स किस्कु के नेतृत्व में सड़क जाम किया गया. जिसके कारण छोटी बड़ी वाहनों को आने-जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा .इस दौरान जानकारी देते हुए जिला परिषद सदस्य धनंजय सोरेन व अरुण सिंह ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने जो नाया एसटी एसी आरक्षण पारित किया है इसे हम लोग कदाफी नहीं मानेगें और जिस प्रकार से पूर्व में आरक्षण पारित है उसे ही लागू रहने दिया जाए. इन्हीं सब बातों को लेकर सुबह 6 से लेकर रात्रि 8 बजे तक भारत बंद का अह्वान किया गया है. मौके पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला प्रवक्ता अरुण सिंह, व्यवसाय संघ के जिला अध्यक्ष बबलू मिश्रा के अलावा राजीव जयसवाल, प्रमोद यादव, बिट्टू हेंब्रम, मनोज सोरेन,राजू सोरेन, बाबूलाल सोरेन, प्रेम सोरेन समेत दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version