मंडल कारा का बंदी समीर अंसारी गंभीर रूप से घायल, रेफर
सिर पटक कर आत्महत्या का प्रयास करने का मामला आया सामने
साहिबगंज. मंडल कारा में बंदी के घायल होने का मामला सामने आया है. घटना शुक्रवार की रात की है. जेल प्रशासन को सूचना मिलते सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार कर घायल बंदी को बेहतर इलाज के लिए दुमका फूलो जानो मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है. बंदी का नाम समीर अंसारी उर्फ तैमुद्दीन अंसारी है. वह बरहेट थाना क्षेत्र का निवासी है. समीर के सिर पर करीब 5 इंच लंबी, 1 इंच गहरी व 1 इंच चौड़ी काटने (फटने) के निशान मिला है. अन्य जगह कुछ चोट पाये गये है. सूचना पाते ही जिरवाबाड़ी थाना प्रभारी पंकज दुबे सदर अस्पताल पहुंचे. घटना की जानकारी ली. पल-पल की रिपोर्ट एसडीपीओ किशोर तिर्की ले रहे थे. गौरतलब है कि बीते 7 जून 2024 को सदर अस्पताल स्थित कैदी वार्ड से मंडल कारा के दो बंदी रात करीब 12 बजे खिड़की तोड़कर फरार हो गये थे. ड्यूटी पर तैनात हवलदार सुधीर सिंह को जैसे खबर लगी, उन्होंने तत्कालीन थाना प्रभारी अनिश पांडे को सूचना देकर सारा हाल बताया था. बताया गया था कि 24 मई 2024 को मंडल कारा से समीर अंसारी पिता स्वर्गीय अमानत अंसारी को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया था. इसके बाद 6 जून 2024 को मंडल कारा से दूसरा बंदी आमिर अंसारी को गिर जाने के बाद इलाज के लिए भर्ती कराया गया. शरीर के कुछ हिस्सों में चोट है. इलाज किया जा रहा है. रात भी रोज की तरह सभी बंदी बेड पर सोने चले गये थे. तैनात हवलदार ने देखा कि समीर और अमीर अपने बेड पर नहीं है. पास की खिड़की टूटी हुई है. सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची. छापेमारी अभियान शुरू किया था. 26 अगस्त 2024 को समीर अंसारी को बरहेट पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार कर लिया गया था. जिसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया था. आत्महत्या का प्रयास या फिर फरार होने की साजिश बंदी समीर अंसारी के घायल होने व अस्पताल में अचानक भर्ती होने के मामले में लोगों कई सवाल उठे हैं. पूर्व में भी समीर इलाज के बहाना लेकर सदर अस्पताल में भर्ती था. भागने की प्लानिंग कर रखी थी. मौका मिलते ही अपने एक साथी के सहयोग से कैदी वार्ड से फरार हो गया था. पुलिस ने उसके साथी को भी जेल भेज दिया है. पुलिस सूत्रों को माने तो समीर अंसारी सेल वार्ड में बंद है. सर को दीवार में पटक कर खुद से घायल हो गया है. लोगों कि माने तो शायद समीर ने जानबूझकर यह कदम उठाया होगा. लेकिन चोट गहरी लगने के कारण वह ज्यादा घायल हो गया है. जेल से भागने के बाद उसे अकेले तन्हा सेल में शिफ्ट कर दिया गया था. कहीं इसी से परेशान होकर समीर ने तो आत्महत्या का प्रयास नहीं किया होगा. ऐसी आशंका जतायी जा रही है. क्या कहते हैं एसडीपीओ समीर की अचानक घायल हो जाने के बाद सूचना पाते ही पुलिस अधिकारी अस्पताल पहुंचे थे, मामले का संज्ञान में लिया है. समीर ने खुद से ही दीवार पर अपने सर पटक कर घायल हो गया है. रेफर किए जाने के बाद समीर का इलाज दुमका के फूलो झानो अस्पताल में किया जा रहा है. किशोर तिर्की, एसडीपीओ, साहिबगंज
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