विद्यालय में नहीं बना मध्याह्न भोजन, चार महीने से बच्चों को नहीं दिया जा रहा अंडा
बच्चों की उपस्थिति भी कम हो रही है
राजमहल. शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार की तरफ से बच्चों की पढ़ाई के लिए कई तरह की योजनाएं चलायी जा रही है. सरकार द्वारा विद्यालय में मध्याह्न भोजन प्रारंभ कराया गया, जिससे बच्चे टिफिन के बाद घर न जायें और विद्यालय में ही रहकर पढ़ाई करें. शहर के वार्ड नंबर 12 स्थित चरवाहा उत्क्रमित मध्य विद्यालय मटियाल में बुधवार को बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन नहीं बनाया गया. मध्याह्न भोजन बंद रहने के कारण बच्चों की उपस्थिति भी कम देखी गयी. पुराने अध्यक्ष व संयोजिका में अनबन के कारण नहीं हो सकी राशि की निकासी : प्रधानाध्यापक विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रमोद कुमार झा ने बताया कि विद्यालय में 970 विद्यार्थी नामांकित हैं. जबकि प्रतिदिन 200 से 300 बच्चे प्रतिदिन आते थे. लेकिन मध्याह्न भोजन विद्यालय में नहीं बनने से बच्चों की उपस्थिति भी कम हो रही है. मध्याह्न भोजन अध्यक्ष और संयोजिका की देखरेख में बनाया जाता है. अध्यक्ष का अभी चुनाव नहीं हुआ है. पुराने अध्यक्ष और संयोजिका में अनबन के कारण राशि की निकासी नहीं की गयी है. इसकी वजह से मध्याह्न भोजन नहीं बना है और पिछले चार महीने से बच्चों को अंडा भी नहीं दिया जाता है. बीपीओ कुणाल कुमार ने कहा कि मध्याह्न भोजन विद्यालय में नहीं बन रहा है. इसकी सूचना हमें नहीं मिला है. जल्द मध्याह्न भोजन प्रारंभ कर दिया जाएगा.
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