राम लक्ष्मण, माता सीता, निषाद राज और केवट की झांकी देख मुग्ध हुए श्रद्धालु
राम लक्ष्मण, माता सीता, निषाद राज और केवट की झांकी देख मुग्ध हुए श्रद्धालु
प्रतिनिधि, मंडरो मिर्जाचौकी महादेववरण गांव के हनुमान मंदिर में शिक्षा समारोह के अवसर पर उप मुखिया गणेश भगत के सौजन्य से चार दिवसीय श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ हुआ. अंतिम दिन वृंदावन से आए आनंदमूर्ति पंडित गोपाल भाई जी महाराज ने श्रोताओं को राम, लक्ष्मण, सीता, निषाद राज और केवट की झांकी दिखाई. उन्होंने बताया कि वनवास के दौरान भगवान राम निषाद राज से मिले और उनकी मित्रता मिसाल बनी. जब राम, लक्ष्मण और सीता को सरयु नदी पार करनी थी, तो केवट ने चरण धोने के बाद ही नाव में बैठाने की शर्त रखी. वह खुद को सौभाग्यशाली मानते हुए चरणोदक को अमृत समझकर पी गया. कथा में आगे सीता हरण, हनुमान मिलन, सुग्रीव मित्रता, सागर पर पुल निर्माण और रावण वध के बाद सीता की अयोध्या वापसी तक की घटनाएं सुनाई गईं. मौके पर उप मुखिया गणेश भगत, मुकेश चौधरी, दिलीप कुमार, चंदा देवी, लक्ष्मी कुमारी, छोटी कुमारी, पार्वती कुमारी आदि थे.
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