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साहिबगंज में 1 हजार करोड़ का अवैध खनन, पंकज मिश्रा सरगना, ईडी ने दायर हलफनामे में दी जानकारी

ईडी ने आठ जुलाई 2022 को पंकज मिश्रा और उनके सहयोगियों के परिसरों की तलाशी ली तो पांच करोड़ रुपये नगद जब्त की और पंद्रह करोड़ के बैंक बैलेंस को फ्रीज किया गया.

सुनील चौधरी, रांची, साहिबंगज : साहिबंगज जिले में एक हजार करोड़ के पत्थर का अवैध खनन हुआ है. ईडी द्वारा एनजीटी कोलकाता को हलफनामा दायर कर यह कहा गया है. इस अवैध खनन व ढुलाई (परिवहन) का किंगपिंन पंकज मिश्रा को बताते हुए इडी ने कहा है कि राजनीतिक संरक्षण के माध्यम से वह प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से इस धंधे को संचालित करता था. जिले के ऐतिहासिक राजमहल पहाड़ के संरक्षण व संवर्धन हेतु व संचालित सभी अवैध खनन व स्टोन क्रशर को बंद करने को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता सैयद अरशद नसर द्वारा नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) पूर्वी जोन कोलकाता में दायर याचिका संख्या-23/2017 के तहत इडी रांची जोन के सहायक निदेशक देवव्रत झा ने शपथ पत्र दाखिल कर विस्तार से मामले की जानकारी दी है. ईडी ने हलफनामा में बताया की जिले के बरहरवा थाना में विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा व मंत्री आलमगीर आलम के खिलाफ दर्ज कांड संख्या-85/2020 को इसीआइआर में परिवर्तित करते हुए ईडी ने जांच शुरू की, तो जिले में बड़े व्यापक पैमाने पर अवैध खनन व ढुलाई को पकड़ा. एनजीटी में इस मामले की अगली सुनवाई 13 मई को होगी.

अपराधियों का नेटवर्क तैयार किया गया था

गिरफ्तारी की डर से फरार राजेश यादव उर्फ दाहु यादव, सुनील यादव, बच्चु यादव व अन्य को पंकज मिश्रा का सहयोगी चिह्नित करते हुए इनके द्वारा सड़कों, रेलवे और अंतर्देशीय मालवाहक जहाजों के माध्यम से चोरी किये गये खनिजों के अवैध परिवहन के संचालन की जानकारी दी है. ईडी की रिपोर्ट में कहा गया है कि पंकज मिश्रा ने स्थानीय अपराधियों का एक मजबूत नेटवर्क तैयार किया था. इसका इस्तेमाल पंकज मिश्रा भारी लेवी की जबरन वसूली, धमकी देने व अवैध खनन व परिवहन गतिविधियों को संचालित करने में करता था.

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वहीं दूसरे को आवंटित पत्थर खदान भी जबरन वही संचालित करता था. ईडी ने आठ जुलाई 2022 को पंकज मिश्रा और उनके सहयोगियों के परिसरों की तलाशी ली तो पांच करोड़ रुपये नगद जब्त की और पंद्रह करोड़ के बैंक बैलेंस को फ्रीज किया गया. 25 जुलाई से लेकर 29 जुलाई 2022 तक इडी द्वारा संबंधित राज्य के अधिकारियों/कर्मचारियों की टीम द्वारा खदानों का संयुक्त सत्यापन और सर्वेक्षण किया गया. संयुक्त निरीक्षण के क्रम में वृहत क्षेत्र में अवैध खनन और उनके अवैध परिवहन की पुष्टि हुई. रेलवे, सड़कों और अंतर्देशीय मालवाहक जहाजों के माध्यम से अब तक 1000 करोड़ रुपये से अधिक का अवैध खनन हो चुका है.

पर्यावरण को हुआ नुकसान

इडी की रिपोर्ट में कहा गया है कि अवैध खनन की गतिविधियों के परिणामस्वरूप भूमि और वन क्षेत्र की क्षति हुई है इससे पर्यावरणीय और पारिस्थितिक पर प्रभाव पड़ा है. अवैध खनन से मिट्टी का कटाव, भूमि का बंजर होना, जलजमाव, पहाड़ी क्षेत्र के समतल होने की पुष्टि की गयी है.

रेलवे रैक से हुई अवैध पत्थर की ढुलाई

इडी ने जानकारी दी है कि बीते दो वर्षों में बड़ी संख्या में रेलवे के रैक से स्टोन चिप्स बिना माइनिंग चालान के ढोये गये. अवैध खनन गतिविधियों से प्राप्त आय को पंकज मिश्रा द्वारा अपने सहयोगियों की खातों के माध्यम से सफेद कर बेदाग संपत्ति के रूप में पेश किया गया है. इस मामले में पंकज मिश्रा को सरगना बताते हुए अब तक कुल नौ लोगों को गिरफ्तार करने की जानकारी दी है. इडी ने आगे जांच जारी रहने की जानकारी दी है.

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