राजमहल. राजमहल में केंद्रीय जल आयोग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को गंगा नदी का जलस्तर बढ़ते क्रम में है. बुधवार को को गंगा का जलस्तर 24.051 सेमी दर्ज किया गया है. वहीं वार्निंग लेवल 24.090 सेमी और डेंजर लेवल 25.090 सेमी है. केंद्रीय जल आयोग के कर्मी के मुताबिक गंगा के जलस्तर में उतार-चढ़ाव हो रहा है. अभी गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से थोड़ा दूर है. इधर प्रशासन की ओर से बाढ़ को लेकर विभिन्न तैयारी के साथ कर्मियों को अलर्ट मोड में रखा गया है. बाढ़ प्रभावित परिवारों व मवेशियों को सुरक्षित स्थान में रखने के लिए राहत शिविर भी बनाया गया है. बाढ़ नियंत्रण कक्ष से बाढ़ से संबंधित गतिविधि पर नजर रखते हुए समय से राहत कार्य बाढ़ क्षेत्र में किया जाएगा. राजमहल अंचल क्षेत्र के 10 पंचायत के 36222 जनसंख्या एवं 7343 मवेशियों की संख्या प्रभावित होने की संभावना स्थानीय प्रशासन की ओर से रिपोर्ट के मुताबिक जतायी गयी है. रिपोर्ट जिला आपदा शाखा साहिबगंज को भेजा गया है, ताकि संबंधित आबादी के मुताबिक लोगों के लिए राहत सामग्री व मवेशियों के लिए चारा मुहैया कराया जा सके. अंचल कार्यालय में बनाये गये बाढ़ नियंत्रण कक्ष में 24 घंटे रोस्टर के अनुसार कर्मी गतिविधि पर नजर रखेंगे. नियंत्रण कक्ष का मोबाइल नंबर 97135 28032 है. ये पंचायत हो सकते हैं प्रभावित अंचल कार्यालय की रिपोर्ट के मुताबिक पूर्वी नारायणपुर, मध्य नारायणपुर, पश्चिम नारायणपुर, दाहू टोला, समसपुर, पूर्वी जामनगर, घाटजमनी, गदाई दियारा, सैदपुर व मोकिमपुर पंचायत के कल 39 राजस्व ग्राम और टोला बाढ़ से प्रभावित होने की संभावना जतायी गयी है. इन सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लिए नजदीकी सुरक्षित स्थल पर राहत शिविर बनाये गये हैं. संभावित बाढ़ को देखते हुए बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए जानमाल की सुरक्षा को लेकर अंचल कार्यालय की ओर से पांच गोताखोर व 21 आपदा मित्र की तैनाती संभावित पंचायत के बाढ़ प्रभावित राजस्व ग्राम में की गई है. जो बाढ़ की स्थिति से निबटने का कार्य करेंगे. कहते हैं अंचलाधिकारी . फाेटो नं 24 एसबीजी 25 है कैप्सन – बुधवार को अंचलाधिकारी . राजमहल अंचल क्षेत्र में बाढ़ को लेकर गंगा नदी से सटी पंचायत और उसके राजस्व ग्राम को चिन्हित कर प्रभावित होने वाली आबादी की संख्या एवं मवेशियों की संख्या आपदा शाखा साहिबगंज को भेज दी गई है. बाढ़ से निबटने के लिए अंचल प्रशासन पूरी तरह तैयार है. बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए नाव की समुचित व्यवस्था है. आपदा मित्र एवं गोताखोर भी तैनात किये गये हैं. अशोक कुमार सिन्हा, अंचलाधिकारी, राजमहल.
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