साहिबगंज. बाढ़ का कहर जिले में विकराल रूप ले चुका है. आलम यह है कि दियारा क्षेत्र के अलावा शहर के रिहायशी क्षेत्र में भी बाढ़ ने दस्तक दे दिया है. बाढ़ को लेकर जिला प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद है. अधिकारी लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं. अपर समाहर्ता गौतम भगत लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. साहिबगंज सदर प्रखंड की बात की जाए तो 11 पंचायत बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं. अपर समाहर्ता ने बताया कि जिला प्रशासन का यह प्रयास है कि कम से कम जान माल का नुकसान हो. बताया कि बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए हैं. मवेशियों को भी सुरक्षित स्थान पर भेजा जा रहा है, ताकि बाढ़ से एक भी पशु को नुकसान ना हो. बताया कि बाढ़ प्रभावित परिवारों को भोजन उपलब्ध कराना जिला प्रशासन की जिम्मेदारी है. इसलिए प्रत्येक पंचायत स्तर पर खिचड़ी की व्यवस्था की गयी है. ताकि प्रभावित परिवारों समय पर भोजन उपलब्ध हो सके. सीओ ने बताया कि साहिबगंज अंचल के सभी 11 पंचायत बाढ़ से प्रभावित है. लगभग 32 हजार परिवार बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं, जिन्हें पूरी सुविधा प्रदान की जा रही है. सभी बाढ़ प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है. साहिबगंज नगर परिषद क्षेत्र के भी लगभग आठ वार्ड बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं. नप के कार्यपालक पदाधिकारी अभिषेक सिंह ने बताया कि रसूलपुर दहला, भारतीय कॉलोनी, दहिया टोला, हबीबपुर बायसी स्थान के निकट कबूतरखोपी, चानन एवं सकारुगढ पूरी तरह बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं. बताया कि शहरी क्षेत्र में लगभग 500 परिवार बाढ़ की चपेट में है, जिन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचने के साथ-साथ अन्य व्यवस्था के लिए प्रयास आरंभ किया जा चुका है. शहरी क्षेत्र के बाढ़ प्रभावितों को भी राहत सामग्री उपलब्ध हो सके, इसको लेकर जिला प्रशासन को लिखा गया है, जल्द ही नव एवं राहत सामग्री की व्यवस्था कर दी जाएगी. क्या कहते हैं एसी साहिबगंज, राजमहल, उधवा में बाढ़ पर नजर बनाये हुए हैं. कई शिविरों में खिचड़ी का वितरण किया गया. राहत सामग्री का भी वितरण किया जा रहा है. -गौतम भगत, अपर समाहर्ता, साहिबगंज जिले के दर्जनों स्कूल बाढ़ की चपेट में, 4500 बच्चों की पढ़ाई प्रभावित साहिबगंज. जिले के चार प्रखंडों के 24 विद्यालय भी बाढ़ की चपेट में है, जिसमें सबसे ज्यादा प्रभावित साहिबगंज सदर प्रखंड के विद्यालय और बच्चे हैं. जानकारी के अनुसार सदर प्रखंड के 10 विद्यालय बाढ़ की चपेट में है, जिसमें 2375 विद्यार्थियों नामांकित हैं. दूसरे नंबर पर उधवा प्रखंड आता है जहां के 10 विद्यालय बाढ़ की चपेट में है, जिसमें छह विद्यालय दियारा क्षेत्र में अवस्थित हैं. इन विद्यालयों में 1788 बच्चों का भविष्य दांव पर है. राजमहल प्रखंड के तीन विद्यालय बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में आ चुके हैं जिसमें पढ़ने वाले 250 बच्चों का भविष्य दांव पर है. तलझारी प्रखंड के केवल एक विद्यालय ऐसे है जो बाढ़ प्रभावित हैं. साहिबगंज जिले में पहले बाढ़ का पानी बढ़ा और फिर धीरे-धीरे कम हो गया. बीइइओ प्रफुल्लू कुमार सिंह ने बताया कि तिकुलीचर स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय का निर्माण टीन के शेड से किया गया है. इस बार के बाढ़ में वह भी पूरी तरह ध्वस्त हो गया. विद्यालय में कुल 63 छात्र नामांकित हैं. बीपीओ साहिबगंज मोहम्मद अहसान अहमद ने बताया की सदर प्रखंड के 10 ऐसे विद्यालय हैं जो बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित हो चुके हैं. बताया कि विद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था व मध्याह्न भोजन योजना में व्यवधान न हो इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गयी है. कोट राजमहल प्रखंड में प्राथमिक विद्यालय गदाई एवं रघुवीर टोला के अलावा एक अन्य विद्यालय बाढ़ प्रभावित हैं, जिनमें कल 250 बच्चे नामांकित हैं जबकि तालझारी प्रखंड में नव प्राथमिक विद्यालय सोनार पट्टी में 51 बच्चे नामांकित हैं. विद्यालय में शैक्षणिक कार्य और एमडीएम प्रभावित न हो इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गयी है. सभी बाढ़ प्रभावित विद्यालयों को वैकल्पिक स्थान पर संचालित कराया जा रहा है. -प्रफुल्ल चंद्र सिंह, प्रभारी डीएसइ
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