साहिबगंज पहुंचा डॉ भारती का कारवां, हेल्थ हूल मेला में मिले यूटरिन प्रोलैप्स के सबसे ज्यादा मामले

Health Hul Mela Sahibganj: साहिबगंज के सदर अस्पताल परिसर में लगे हेल्थ हूल मेला में यूटरिन प्रोलैप्स के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं. जिला प्रशासन की मदद से हेल्थ कैंप लगाने वाली डॉ भारती कश्यप ने इस पर गहरी चिंता जताई है.

By Mithilesh Jha | January 9, 2025 10:14 AM

Health Hul Mela Sahibganj: दृष्टिहीनता और सर्वाइकल कैंसर से झारखंड को मुक्त कराने का अभियान चला रहीं डॉ भारती कश्यप का कारवां पश्चिमी सिंहभूम जिले के गुवा, गोईलकेरा और टोंटो के बाद पाकुड़ होते हुए साहिबगंज पहुंचा. यहां हेल्थ हूल मेला में 3,289 मरीजों की स्वास्थ्य की जांच की गई. शिविर में आई 440 महिलाओं में से 30 में यूटरिन प्रोलैप्स (बच्चेदानी के प्रोलैप्स) के मामले मिले. 25 महिलाओं के जननांग में सूजन थी. सभी को Kit-2 और Kit-6 की दवाइयां दी गई. 5 महिलाओं में सर्वाइकल प्री-कैंसर और एक महिला में एडवांस्ड स्टेज का सर्वाइकल कैंसर पाया गया. एडवांस्ड स्टेज वाली महिला को बायोप्सी के लिए रिम्स भेज दिया गया. सर्वाइकल प्री-कैंसर के लक्षण वाली महिलाओं को क्रायो उपचार दिया गया.

साहिबगंज के सदर अस्पताल में लगा हेल्थ हूल मेला

साहिबगंज के सदर अस्पताल परिसर में लगे हेल्थ हूल मेला में आंखों की बीमारी के 411 मरीज आए, जिसमें 101 को मोतियाबिंद था. कॉर्नियाजनित दृष्टिहीनता के ही 5 मरीज मिले. इसी शिविर में नाखूना के 20 मरीज मिले, रतौंधी (नाइट ब्लांइंडनेस) के 2 मरीज मिले. रेटिना की बीमारी के भी 1 मरीज की इस शिविर में पहचान हुई.

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जननी सुरक्षा और दृष्टि सुरक्षा अभियान के बारे में जानकारी देतीं डॉ भारती कश्यप.

पाकुड़, साहिबगंज में मिली बीमारियों पर डॉ भारती ने जताई चिंता

पाकुड़ और साहिबगंज में जांच के दौरान जो तथ्य सामने आए, उस पर डॉ भारती कश्यप ने चिंता जताई. उन्होंने कहा कि इतने बड़े पैमाने पर सर्वाइकल कैंसर और यूटरिन प्रोलैप्स के मामले चिंता का विषय हैं. बड़ी संख्या में लोगों में मोतियाबिंद, कॉर्नियाजनित दृष्टिहीनता के मामले पाए गए हैं. डॉ भारती कश्यप ने कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए ही वह झारखंड के अलग-अलग क्षेत्रों में, खासकर आदिवासी बहुल इलाकों में जाकर इस तरह के कैंप लगा रहीं हैं. उन्होंने कहा कि वह पिछले 33 सालों से नेत्रदान के प्रति लोगों को जागरूक करते हुए दृष्टि सुरक्षा अभियान चला रहीं हैं. झारखंड के सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों के लोग हम तक नहीं पहुंच सकते, इसलिए हम हेल्थ हूल मेला के जरिए उन तक पहुंचे हैं.

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प्रजनन स्वास्थ्य पर सहिया को जागरूक करती डॉक्टर भारती कश्यप.

राष्ट्रपति के हाथों नारी शक्ति सम्मान से पुरस्कृत हो चुकीं हैं डॉ भारती

राष्ट्रपति के हाथों नारी शक्ति सम्मान से सम्मानित हो चुकीं आईएमए वीमेन डॉक्टर्स विंग झारखंड की प्रमुख डॉ भारती कश्यप ने कहा स्वास्थ्य सुविधा से वंचित स्थानीय लोग, विलुप्त होती आदिम जनजातियां खासकर पीवीटीजी (पर्टिकुलरली वल्नरेबल ट्राइबल ग्रुप) के परिवार, रोशनी खो रहे छोटे बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य मिले, यही हमारी प्राथमिकता है. ये लोग हम तक नहीं पहुंच सकते. इसलिए हमें इन लोगों तक पहुंचना है.

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पाकुड़ में मिले सर्वाइकल कैंसर के सबसे ज्यादा मरीज

उन्होंने कहा कि पाकुड़ में सर्वाइकल कैंसर के सबसे ज्यादा मरीज मिले हैं, वहीं, साहिबगंज में सबसे ज्यादा बच्चेदानी के प्रोलैप्स के मरीज मिले हैं. संताल परगना के देवघर, जामताड़ा, दुमका, बरहेट, राजमहल और साहिबगंज में पहले भी ऐसे कैंप लगाए जा चुके हैं. झारखंड मॉडल बनाकर हमने करीब 4.60 लाख प्रजनन क्षमता वाली युवतियों और महिलाओं की स्क्रीनिंग की है. प्री-सर्वाइकल कैंसर से पीड़ित महिलाओं का उपचार भी किया है.

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साहिबगंज के अधिकारियों को सर्वाइकल कैंसर के बारे में लाइव जानकारी देतीं डॉ भारती कश्यप और उनकी टीम.

साहिबंग के डीसी बोले – डॉ भारती कश्यप के प्रयासों से लगा कैंप

साहिबगंज के उपायुक्त हेमंत सती ने कहा कि जिले के लोगों से ऐसे कैंप का लाभ उठाने की अपील की. कहा कि डॉ भारती कश्यप के अथक प्रयास से यह कैंप लगा है. इसका लाभ अंतिम पंक्ति के लोगों को भी मिल रहा है. उन्होंने कहा कि सर्वाइकल कैंसर आमजनों के लिए बहुत बड़ा खतरा बन गया है. समय पर इसका इलाज जरूरी है. उन्होंने कहा कि 16 एवं 20 जनवरी को आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा, ताकि शत-प्रतिशत लोगों को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिल सके.

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डीएफओ बोले- सभी लोग इस स्वास्थ्य शिविर का लाभ उठाएं

डीएफओ प्रबल गर्ग ने कहा कि कहावत है कि प्यासे लोग पानी के लिए कुआं के पास जाते हैं. आज उल्टा हुआ है. कुआं खुद प्यासे के पास आ गया है. रांची से डॉक्टर भारती के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम आई है. साहिबगंज जिले के अलग-अलग हिस्से से लगभग 4 हजार लोग यहां आए हैं. आप सबको इसका लाभ उठाना चाहिए.

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जागरूकता से सर्वाइकल कैंसर को हराया जा सकता है – डीडीसी

डीडीसी सतीश चंद्रा ने कहा कि सर्वाइकल कैंसर से बड़ी संख्या में महिलाओं की मौत हो जाती है. जागरूकता की कमी, नियमित स्क्रीनिंग का अभाव और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की कमी इसके प्रमुख कारण हैं. जागरूकता से सर्वाइकल कैंसर से बचाव संभव है. इसका इलाज भी उपलब्ध है. समय पर इसके लक्षण को पहचान लेंगे और डॉक्टर के पास पहुंच जाएंगे, तो इस बीमारी का इलाज हो सकता है. नियमित स्वास्थ्य जांच से इस बीमारी को हराया जा सकता है. डॉ भारती कश्यप ने इसका बीड़ा उठाया है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं और सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से इसे समाप्त करने की दिशा में प्रयास करना समाज की प्राथमिकता होनी चाहिए.

सिविल सर्जन, आईएमए अध्यक्ष ने भी कार्यक्रम को किया संबोधित

कार्यक्रम को सिविल सर्जन डॉ प्रवीण कुमार संथालिया और आईएमए अध्यक्ष डॉ विजय कुमार ने भी संबोधित किया. सभी ने सर्वाइकल कैंसर के बारे में वहां मौजूद लोगों को जागरूक किया. देर शाम डीसी हेमंत सती ने कार्यक्रम व स्टॉल का निरीक्षण किया. इसके पूर्व सभी अतिथियों को मोमेंटो और शॉल तथा पौधा देकर उनका स्वागत किया गया. इस हेल्थ मेला में कई जरूरी जांच किए गए. टीकाकरण हुआ और परिवार नियोजन की सलाह भी दी गई. जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क दवाईयां भी दी गई. नृत्य-संगीत के साथ अतिथियों की अगवानी की गई.

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नृत्य करते हुए महिलाएं अतिथियों को गेट से अंदर तक ले गईं.

कौन-कौन से जांच हुए?

  • सर्वाइकल कैंसर जांच
  • नेत्र जांच
  • मलेरिया की जांच
  • फाइलेरिया की जांच
  • एचआईवी की जांच
  • सिफलिस की जांच
  • कालाजार की जांच
  • उच्च रक्तचाप की जांच
  • टीबी की जांच
  • सिकल सेल की जांच
  • मधुमेह रोग की जांच
  • प्रसव पूर्व जांच
  • वरिष्ठ नागरिकों की स्वास्थ्य जांच
  • हिमोग्लोबिन की जांच

हेल्थ हूल मेला में इन लोगों की भी रही भागीदारी

जिले के सभी प्रखंडों से सहिया, सेविका, बीटीटी के साथ लोग यहां आए थे. कार्यक्रम को सफल बनाने में डीएस डॉ मुकेश कुमार, डॉ मोहन मुर्मू, डॉ रश्मि प्रसाद, डॉ किरण माला, डॉ तनुश्री चक्रवर्ती, डॉ पूनम कुमारी, डॉ प्रभा रानी, डॉ भारती पुष्पम, डॉ महमूद आलम, डॉ अतुल प्रसाद, डॉ पिंकू चौधरी, अस्पताल मैनेजर यशवंत राव, जयराम यादव, डीपीएम, डीडीएम, अमित कश्यप, सतीबाबू डाबडा, मुनीजी पांडेय, ललित कुमार, दिलीप सिंह, ऋषि कुमार, अश्विनी कुमार, संजय राम, संजय कुमार, गोपाल जी तिवारी सहित दर्जनों पदाधिकारी व कर्मी लगे थे.

साहिबगंज में किसने किया था हेल्थ हूल मेला का आयोजन?

वीमेन डॉक्टर्स विंग आईएमए झारखंड, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन झारखंड, साहिबगंज जिला प्रशासन और साहिबगंज वन विभाग ने मिलकर 6 जनवरी को सदर अस्पताल परिसर साहिबगंज में मेगा महिला स्वास्थ्य कैंप और दृष्टि सुरक्षा अभियान हेल्थ हूल मेला का आयोजन किया, शिविर का उद्घाटन डीसी हेमंत सती, वन प्रमंडल पदाधिकारी प्रबल गर्ग, वीमेन डॉक्टर्स विंग आईएमए की पूर्व राष्ट्रीय सह-अध्यक्ष प्रदेश अध्यक्ष और वर्तमान में वीमेन डॉक्टर्स विंग आईएमए झारखंड की अध्यक्ष डॉ भारती कश्यप, डीडीसी सतीश चंद्रा, आईएमए अध्यक्ष डॉ विजय कुमार और सीएस डॉ प्रवीण कुमार संथालिया ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया.

आदिवासी बहुल इलाके में इस साल कितने कैंप लगाए गए हैं?

कोल्हान और संताल परगना के आदिवासी बहुल इलाकों में पिछले 6 महीने में 5 मेगा महिला स्वास्थ्य अभियान कैंप लगाए गए हैं. 1 जुलाई को पश्चिमी सिंहभूम के गुवा में, 15 जुलाई को इसी जिले के गोईलकेरा में कैंप लगाए गए. पश्चिमी सिंहभूम के ही टोंटो में 21 दिसंबर को मेगा हेल्थ कैंप लगाया गया. 4 जनवरी को संताल परगना के पाकुड़ में और 5 जनवरी को साहिबगंज में कैंप लगाया गया. इन कैंपों में हजारों लोगों की जांच की गई. उन्हें जरूरी सलाह दी गई. मुफ्त दवाइयां भी दी गईं.

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