साहिबगंज. मानव तस्करी के शिकार पांच बच्चों में तीन बच्चों को उनके परिवार को सोमवार को सौंप दिया गया. 17 अगस्त की रात फरक्का ट्रेन से ले जाते हुए रेलवे पुलिस और मंथन संस्था के सहयोग से इन बच्चों को रेस्क्यू किया गया था. इनको ले जाने वाले दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया है. यह बच्चे बाल गृह में आवासित थे. बच्चों के अभिभावक आज बाल कल्याण समिति कार्यालय पहुंचे. बाल कल्याण समिति कार्यालय में बच्चों की काउंसिलिंग की गयी. इनमें से दो बच्चों के अभिभावक नहीं हैं. वह अपने बहनों के साथ रहते हैं. कल्याण समिति के सदस्य डॉ सुरेंद्रनाथ तिवारी ने तत्काल मंथन संस्था को निर्देशित किया की पहली प्राथमिकता पर एक सप्ताह के भीतर इन बच्चों का सामाजिक जांच रिपोर्ट तैयार करते हुए समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जाये. जिससे बच्चों को स्पॉन्सरशिप योजना से भी जोड़ा जाये. मौके पर मंथन संस्था के काउंसलर नाहिद परवीन, अमन कुमार, रंजीत प्रसाद वर्मा आदि मौजूद थे.
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