हाइकोर्ट के निर्देश पर साहिबगंज अवैध खनन मामले में पीइ दर्ज करने से पहले सीबीआइ ने जांच शुरू कर दी है. गुरुवार सुबह वनांचल एक्सप्रेस से सीबीआइ की सात सदस्यीय टीम साहिबगंज पहुंची. पहले ही दिन सीबीआइ इस मामले को लेकर रेस रही. यहां पहुंचते ही दोपहर बाद सीबीआइ के अधिकारियों ने तीन टीमों में बंट कर जांच शुरू कर दी. सीबीआइ की एक टीम साहिबगंज उपायुक्त कार्यालय पहुंची और यहां डीसी रामनिवास यादव से बात की.
वहीं, दूसरी टीम ने एसपी कार्यालय जाकर एसपी नौशाद आलम से, जबकि तीसरी टीम ने डीएमओ विभूति कुमार से बातचीत की और कई दस्तावेज लिये. इसके बाद सीबीआइ की दो सदस्यीय टीम दोपहर करीब 3:55 बजे एसटी-एससी थाना पहुंची और इडी के गवाह विजय हांसदा के आवेदन पर तत्कालीन थाना प्रभारी सोनी खलखो से कई सवाल किये. सूत्रों की मानें, तो सीबीआइ की टीम ने विजय हांसदा द्वारा दिये गये आवेदन के बारे में भी जानकारी हासिल की. मसलन- किस तारीख को आवेदन दिया गया था? आवेदन देने के कितने दिनों के बाद प्राथमिक की दर्ज की गयी थी?
टीम ने दर्ज प्राथमिकी में अभियुक्तों के नाम और उनके बारे में भी जानकारी हासिल की. सीबीआइ की यह टीम शाम करीब 4:56 बजे एसटी-एससी थाने से बाहर निकली. सीबीआइ की दूसरी टीम जब एसपी नौशाद आलम से बातचीत कर उनके कार्यालय से बाहर निकली, तब एसपी भी टीम के साथ ही बाहर निकले. कार्यालय के बाहर भी टीम के सदस्यों ने एसपी से कुछ देर बातचीत की. वहीं, तीसरी टीम जिला खनन पदाधिकारी के कार्यालय पहुंची और खनन व लीज से संबंधित विस्तृत जानकारी हासिल की. पूछताछ के क्रम में सीबीआइ ने कई अहम दस्तावेज जुटाये.