साहिबगंज : अवैध खनन व मनी लाउंड्रिंग मामले में ग्राम प्रधान विजय हांसदा केस की जांच कर रही सीबीआइ की टीम दूसरे दिन नींबू पहाड़ व फूलभंगा पहाड़ स्थित तीन खदानों की जांच की. मंगलवार सुबह सीबीआइ के अधिकारी तथा जिला खनन पदाधिकारी कृष्णा किस्कू व पूर्व डीएमओ विभूति कुमार को लेकर नींबू पहाड़ पहुंचे. वहां एक अवैध खदान की बारीकी से मापी करायी. खदान की गहराई से लेकर कितनी मात्रा में पत्थर निकाले गये, इसका लेखा-जोखा लिया गया. इसके बाद कुछ दूर पर फुलभंगा पहाड़ स्थित एक खदान जो फिलहाल बंद अवस्था में है, वहां एक खदान की बारीकी से मापी करायी गयी. मौके पर मौजूद डीएमओ से भी दस्तावेजों की जानकारी हासिल की गयी. बताया गया है कि उक्त खदान किसी छोटू यादव की थी.
पूर्व डीएमओ से ली अहम जानकारी
इस मामले में पूर्व डीएमओ विभूति कुमार से भी सीबीआइ की टीम ने पूछताछ की और उनसे कई अहम जानकारियां हासिल की. दोनों खदानों की मापी के बाद सीबीआइ की टीम एक तीसरे खदान जिसमें नेम प्लेट या बोर्ड नहीं लगे थे, वहां पहुंची. वहां भी जांच-पड़ताल की गयी. सीबीआइ यह जानना चाही कि यह खदान किसके नाम से आवंटित है ? कब आवंटित किया गया था? इस खदान से कितने पत्थर निकले गये? इसकी भी जानकारी हासिल करने में सीबीआइ जुटी है. नींबू पहाड़ से निकाल कर टीम ने मिर्जाचौकी थाना अंतर्गत गिलामारी मौजा व दामिनभिठ्ठा पकड़िया में पत्थर खदान की जांच करने पहुंची, जहां अवैध खनन की भी जानकारी ली.