साहिबगंज. नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत संचालित सूर्या स्पेशलिटी हॉस्पिटल में बीती रात भर्ती एक नवजात की मौत के बाद परिजन भड़क उठे. अस्पताल में हंगामा करते हुए संपत्तियों को नुकसान भी पहुंचाया. परिजनों का आरोप था कि इलाज में कोताही के कारण नवजात की मौत हुई है. अस्पताल प्रबंधन की सूचना पर नगर थाना पुलिस पहुंची व मामला शांत कराया. जानकारी के अनुसार तकरीबन 10 दिन पहले शहर के सकरु गढ़ मोहल्ले के एक महिला का प्रसव सूर्या स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में करवाया गया था. प्रसव के बाद जच्चा और बच्चा स्वस्थ था और नॉर्मल तरीके से तीन दिनों के बाद दोनों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी थी. अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि शुक्रवार की दोपहर को बीमारी हालत में बच्चे को इलाज के लिए शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर फरोग हसन के पास ले गये थे. वहां से दोपहर करीब 12 बजे बच्चे को लाया गया था. उसकी स्थिति खराब थी. परिजनेां को बाहर ले जाने की भी सलाह दी गयी, पर वे भर्ती करने का आग्रह करने लगे. फिर आइसीयू में भर्ती किया गया था. रात के करीब नौ बजे बच्चे की हालत बिगड़ने पर रेफर कर दिया गया, पर परिजन टालमटोल करते रहे. तकरीबन 2:30 बजे एक बार फिर से बच्चे की हालत और ज्यादा खराब हो गयी और डॉक्टरों की टीम ने इलाज शुरू किया तबतक वह चल बसा. इधर, हंगामे की सूचना मिलते ही नगर थाना के अनि गौरव भगत, मुरली मनोहर सिंह, बीआर मांझी, डॉ सुमित कुमार, कैशव तिवारी, पुलिस के पहुंचने के बाद हंगामा को शांत कराया गया. इधर, हॉस्पिटल के निदेशक डॉ विजय कुमार ने कहा कि बच्चे की हालत गंभीर थी. परिजनों द्वारा विशेष बॉन्ड लिखे जाने के बाद ही उन्हें इलाज के लिए भर्ती लिया गया था. हंगामा और तोड़फोड़ चिंता का विषय है.
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