Jharkhand News: हवाई अड्डा बनाने की मांग को लेकर राजमहल सांसद ने नागरिक उड्डयन मंत्री से की मुलाकात

Jharkhand News: राजमहल सांसद विजय हांसदा ने बताया की मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नागरिक उड्डयन मंत्री को साहिबगंज में एयरपोर्ट बनाने की मांग को लेकर पत्र लिखा था.

By Ashish Srivastav | August 9, 2024 9:10 PM
an image

Jharkhand News: राजमहल लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत जिले में हवाई अड्डा निर्माण कराये जाने को लेकर राजमहल सांसद विजय हांसदा ने भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू से मुलाकात कर उनको पत्र सौंपा है.

हेमंत सोरेन ने विजय हांसदा को लिखा था पत्र

सांसद ने बताया कि पूर्व में प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नागरिक उड्डयन मंत्री को साहिबगंज में एयरपोर्ट बनाने की मांग को लेकर पत्र लिखा है. उसी आलोक में मंत्री से मिलकर जिले की ओर ध्यान दिलाया गया है.

पुल निर्माण का चल रहा है कार्य

बताया गया कि यह जिला झारखंड के सुदूर भाग में बंगाल और बिहार की उत्तर पूर्व सीमा पर स्थित है. संथाल परगना क्षेत्र में अपेक्षाकृत कम विकसित जिला होने के कारण राज्य सरकार अपनी ओर से विकास के माध्यम से मुख्य धारा में जोड़ने का लिये प्रयासरत हैं. यहां भारत सरकार की मदद से गंगा नदी पर नये पुल निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है.

बस स्टैंड की भी प्रदान की गयी है स्वीकृति

साहिबगंज में रेलवे लाइन के साथ-साथ अंतर्राज्यीय बस स्टैंड की स्वीकृति भी प्रदान की गयी है. भौगोलिक एवं सामरिक दृष्टिकोण से साहिबगंज फरक्का बांध के निकट और बांग्लादेश तथा चीन बाडर से निकट है.

जलमार्ग यातायात को भी प्राथमिकता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत की परिकल्पना में जलमार्ग यातायात को भी प्राथमिकता दी जा रही है. ऐसे में आर्थिक एवं सामाजिक विकास के लिये साहिबगंज में एक नियमित हवाई अड्डा का निर्माण आवश्यक है.

Also read: Jharkhand Adivasi Mahotsav: सीएम हेमंत सोरेन बोले, आदिवासी समाज की समृद्धि के लिए काम कर रही है सरकार

भारतीय वायु सेना को भी मिली गी मदद

यहां हवाई अड्डा बन जाने से बिहार एवं बंगाल के लोगों को देश के अन्य प्रमुख शहरों से जोड़ा जा सकेगा. यह हवाई अड्डा सामरिक दृष्टिकोण से भारतीय वायु सेना को भी सहायता प्रदान कर सकता है. जिस पर मंत्री ने जल्द एक टीम भेज कर निरीक्षण कराये जाने का आश्वासन सांसद को दिया.

Also read: World Tribal Day: चिड़िया की मौत और शुरू हुई अहिंसा यात्रा, शिबू सोरेन कैसे बने दिशोम गुरु?

Exit mobile version