साहिबगंज में डीबीएल के पुल निर्माण साइट पर हादसा, एक मजदूर की मौत, 2 घायल
साहिबगंज-मनिहारी के बीच गंगा नदी पर फोरलेन पुल बना रही कंपनी डीबीएल के साइट पर दुर्घटना हो गई है. इसमें एक युवक की मौत हो गई. 2 घायल हैं.
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झारखंड के साहिबगंज जिले में साहिबगंज-मनिहारी के बीच गंगा नदी पर फोरलेन पुल का निर्माण कर रही कंपनी डीबीएल के साइट पर बुधवार की सुबह एक हादसा हो गया. सुरक्षा में हुई चूक के कारण एक मजदूर की मौत हो गयी, 3 अन्य घायल हो गये.
साहिबगंज के कोदरजन्ना गांव का रहने वाला था शत्रुघ्न मंडल
मरनेवाला साहिबगंज के बड़ी कोदरजन्ना गांव निवासी हरदेव मंडल का पुत्र शत्रुघ्न मंडल (25) था. वहीं महादेवगंज निचला टोला निवासी अमरनाथ यादव के 18 वर्षीय पुत्र लालजी यादव की गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सक ने उसे हायर सेंटर मालदा रेफर कर दिया. वहीं निचला टोला निवासी राजकिशोर यादव के 25 वर्षीय पुत्र मुकेश कुमार यादव का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है.
मशीन में तकनीकी खराबी के कारण हुआ हादसा
घटना के संबंध में घायल मुकेश ने बताया कि वह शत्रुघ्न, लालजी यादव एवं वीरू यादव के साथ मशीन में रड की वेल्डिंग का काम कर रहा था. इसी दौरान मशीन में आयी तकनीकी खराबी के कारण मशीन बंद नहीं हुआ और रड मशीन से छिटक गया, जिसकी चपेट में आने से शत्रुघ्न मंडल की मौत हो गयी. लालजी यादव व वह खुद भी घायल हो गया.
पुलिस पदाधिकारियों ने लिया साइट का जायजा
मामले की जानकारी मिलते ही मुफस्सिल थाना एसआइ उमाकांत ओझा एवं जिरवाबाड़ी थाना के एसआइ लव कुमार सदर अस्पताल पहुंचे और मामले की जांच में जुट गये. वहीं, शत्रुघ्न की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. मृतक शत्रुघ्न के चचेरे भाई मिथिलेश कुमार ने बताया कि शत्रुघ्न करीब डेढ़ साल से डीबीएल कंपनी में काम कर रहा था. शत्रुघ्न अगर सेफ्टी किट पहना होता, तो उसकी मौत नहीं होती. उनके सिर पर रॉड से चोट लगी है. अगर कैप पहना होता तो आज यह दिन नहीं देखना पड़ता.
चंडीगढ़ में रहते हैं मृतक के माता-पिता
शत्रुघ्न के माता-पिता चंडीगढ़ में रहते हैं. शत्रुघ्न अपने बड़े पापा व बड़ी मम्मी के पास रहता था. परिजनों का आरोप है कि इतने बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर रही डीबीएल कंपनी अपने मजदूरों को सेफ्टी किट तक उपलब्ध नहीं कर पा रही है.
क्या कहते हैं कंपनी के मैनेजर
सभी तरह की सेफ्टी का ध्यान देते हुए उसे पूरा किया जायेगा. मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा मिलेगा. घायलों को बेहतर इलाज उपलब्ध करवाया जाएगा.
भानु प्रताप सिंह, डीबीएल कंपनी के मैनेजर