साहिबगंज : राजमहल लोकसभा संसदीय क्षेत्र से मंगलवार को नामांकन के पहले दिन बोरियो से झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा दाखिल किया. लोबिन ने निर्वाची पदाधिकारी सह डीसी हेमंत सती के समक्ष दोपहर 2 बजकर 58 मिनट पर एक सेट में चार प्रस्तावक के साथ पहुंच कर नामांकन-पत्र दाखिल किया. नामांकन के बाद शाम करीब चार बजे कृषि बाजार मैदान में जनसभा को संबोधित किया. अपने संबोधन में लोबिन ने कहा कि जो लोग मुझे कम करके आंक रहे हैं. उन्हें 4 जून को परिणाम के बाद पछतावा होगा. राजमहल क्षेत्र में उन्हें अपार जन समर्थन मिल रहा है. अपनी जीत पक्की बताते हुए लोबिन ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा ने उनकी बात न सुनकर जो भूल की है, इसका खामियाजा पार्टी को भुगतना होगा.
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बिचौलियों के कारनामों के कारण हेमंत को जेल जाना पड़ा
झारखंड मुक्ति मोर्चा से 30 वर्षों तक पार्टी के एक सच्चे सिपाही के रूप में काम किया. जैसा सुनने को मिल रहा है कि मुझे पार्टी से निकाल दिया जायेगा. मैं कहता हूं मुझे पार्टी से निकाल सकता है, लेकिन गुरु जी के दिल से नहीं निकल सकता. मैं गुरुजी का पक्का शिष्य हूं और गुरुजी के साथ मैं झारखंड राज्य को अलग करने में कदम से कदम मिलाकर आंदोलन किया हूं. मैं आंदोलनकारी हूं. मैं यह चुनाव अपने लिए नहीं बल्कि राजमहल लोकसभा क्षेत्र के जनता के लिए चुनाव लड़ रहा हूं. राज्य के आदिवासी-मूलवासी के लिए चुनाव लड़ रहा हूं.
जब हमारी सरकार बनी थी उस समय हमलोगों ने वादा किया था कि आदिवासी-मूलवासी अल्पसंख्यक के साथ न्याय होगी, लेकिन हमारी सरकार ने पुराने वादे को भूल गये. बिचौलियों के हत्थे चढ़ गये. इस कारण हेमंत सोरेन को जेल जाना पड़ा. ऐसे बिचौलियों के कारनामों से मैंने कई बार हेमंत सोरेन को अवगत कराया, लेकिन उन्होंने मेरी बातों को नजरअंदाज की. नामांकन के समय उनके समर्थक के रूप में अब्दुल जब्बार अंसारी, सामुबास्की, मनोज तांती, विकास तिवारी, ब्रजेश कुमार, मनोज कुमार, संतोष कुमार मुंडा, अजय कुमार तुरी, रियाजुल अंसारी, सफाजद्दीन अंसारी मौजूद थे.
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हेमंत के साथ रहनेवाले बिचौलिये बिहारी हैं : लोबिन
लोबिन हेंब्रम के नामांकन में शामिल होने कई के लिए कई क्षेत्रों से समर्थक पहुंचे थे. सुबह से ही कृषि विभाग के निकट मैदान में हजारों की संख्या में समर्थक इकट्ठा हो गये थे. कृषि बाजार मैदान में अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए लोबिन ने कहा कि दिलचस्प बात यह है कि हेमंत सोरेन के साथ रहने वाले सभी बिचौलिए झारखंड के नहीं, बल्कि बिहारी हैं. उसे झारखंड से क्या मोहब्बत होगा? इसलिए उन्होंने लूटने का काम किया है. अभी समय है ऐसे लोगों को चिन्हित कर पार्टी से बाहर करें. उन्होंने कहा कि जब से मैं चुनाव लड़ने की घोषणा की है तब से मुझे मैनेज करने पर लग गया है. मैं कोई ठेकेदार नहीं हूं, जो मैनेज हो जाऊंगा. जो ठेकेदार हैं, उसे मैनेज कीजिए.
मैं बताना चाहता हूं कि शायद आपलोगों की जानकारी होगी या नहीं हमारे इस सभा में अधिकांश झारखंड मुक्ति मोर्चा के सिपाही लोग ही हैं. इन सिपाहियों को पहचान करने के लिए जिला अध्यक्ष द्वारा समाहरणालय के निकट एक चाय की दुकान के पास लोगों को बैठा दिया गया है, ताकि वह देखें और वैसे कार्यकर्ताओं को पार्टी से बाहर निकाल दे. मैं कहता हूं पार्टी से बाहर निकालने से समस्या का हल नहीं है. ये लोग ईमानदार सिपाही हैं. काम करनेवालों के साथ हैं, इसलिए कार्यकर्ताओं को पार्टी से निकालने की धमकी न दें.
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साक्षरता मोड़ से निकली रैली, किया रोड-शो
उनके समर्थक पाकुड़, बोआरीजोर लिट्टीपाड़ा, राजमहल, उधवा, बोरियो, बरहेट व मंडरो, भगैया सहित अन्य इलाकों से पहुंचे थे. जहां पारंपरिक वेशभूषा व नृत्य करते हुए ढोल बजा करते समर्थकों के साथ साक्षरता मोड़ से खुली कार में सवार होकर रोड शो व शक्ति प्रदर्शन किया. जिरवाबाडीड़ी, पुलिस लाइन होते हुए रैली समाहरणालय के निकट पहुंची. इसके बाद लोबिन ने समाहरणालय में जाकर नामांकन दाखिल किया. वहीं समाहरणालय के निकट सदर एसडीओ अंगारनाथ स्वर्णकार, एसडीपीओ किशोर तिर्की, इंस्पेक्टर सुशील कुमार सहित कई पुलिस बल तैनात थे.
लोबिन के पास पांच लाख नकद, बैंक में है 74 लाख 31हजार 301 रुपये
लोबिन हेंब्रम ने अपने नामांकन पत्र में जिक्र किया है कि उसके पास नकद पांच लाख रुपये है. वहीं चार अलग-अलग बैंक खातों में कुल मिलाकर 74 लाख 31हजार 301 है. उनके नाम से एक टोयोटा फॉर्च्यूनर कार है, जिसकी कीमत 30 लाख रुपए है. इसके अलावा 4 लाख 40 हजार के आभूषण है. 15 लाख चार हजार के आभूषण उनकी पत्नी के नाम से है. निर्दलीय प्रत्याशी लोबिन हेंब्रम के पास दो हथियार भी है. इसके अलावा 1.8 एकड़ की पैतृक जमीन जिसकी कीमत लगभग 50 लाख रुपए है. जबकि पत्नी के नाम से 0.4 एकड़ जमीन जिसकी कीमत लगभग 10 लाख रुपए है. लोबिन हेंब्रम के पास लूनाजोर में तथा बोरियों में मिलाकर दो आवासीय प्लॉट है. सभी भूमि की कीमत 79लाख 50हजार है. उनकी पत्नी के नाम से 62 लाख रुपए की जमीन है. लोबिन पर 25 लाख रुपए का कर्ज भी है.
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