तीन वर्षों से छाती पर कलश रखकर मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना करती हैं रेणुका देवी
दूसरे दिन हुई मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
बरहेट. मां दुर्गा के प्रति भक्तों की दृढ़ आस्था रहती है, इसीलिए उनके भक्त भी निराले होते हैं. ऐसी ही एक भक्त हैं, बरहेट के पंचकठिया बाजार निवासी हृदयानंद साह की पत्नी रेणुका देवी (42), जो पिछले 3 वर्षों से लगातार अपने छाती में कलश स्थापित कर मां दुर्गा के सभी नौ रूपों की आराधना करती हैं. इस दौरान वे बिना अन्न व जल के रहती हैं तथा विजयादशमी के दिन पूजा-अर्चना के बाद कलश विसर्जन के पश्चात ही अपना व्रत तोड़ती हैं. रेणुका देवी क्षेत्र में मां मनसा के नाम से जानी जाती है. वह मां मनसा की परम भक्त है. प्रत्येक वर्ष मनसा पूजा के पूर्व सावन माह में पूरे महीने में व्रत रखती है. उन्होंने बताया कि माता के समक्ष अपने परिवार की खुशहाली को लेकर मन्नतें मांगी थी, जो पूर्ण हुयी. इसीलिये वह माता की आराधना कर रही हैं. इधर, छाती में कलश स्थापित कर आराधाना कर रहीं रेणुका देवी की मां के प्रति श्रद्धा व कष्ट भरी आराधना की चर्चा प्रखंड भर में है. नवरात्र के पहले दिन से ही लोग उनकी दृढ़ आस्था को देखने के लिये पहुंच रहे हैं.
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