साहेबगंज में स्कूल के ट्यूशन फ़ीस की माफी को लेकर की बैठक, लेकिन स्कूलों ने फीस माफी से किया इनकार

समाहरणालय स्थित सभागार में बुधवार को डीसी वरुण रंजन अध्यक्षता में निजी विद्यालयों के साथ तीन महीने अप्रैल माह से जून माह की अवधि के दौरान फ़ीस माफ़ करने के सबंध में बैठक आहूत की गयी

By Sameer Oraon | April 22, 2020 10:36 PM
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नवीन कुमार

साहेबगंज : समाहरणालय स्थित सभागार में बुधवार को डीसी वरुण रंजन अध्यक्षता में निजी विद्यालयों के साथ तीन महीने अप्रैल माह से जून माह की अवधि के दौरान फ़ीस माफ़ करने के सबंध में बैठक आहूत की गयी. कोरोना संक्रमण महामारी के दौरान पूरा देश में लॉक डाउन है. जिसके कारण अर्थव्यवस्था अपने बुरे दौर से गुज़र रही है और इसका असर लोगों की जेब पर भी पड़ रहा है. इस स्थिति में स्कूली बच्चों की शिक्षा बाधित न हो और शिक्षा कार्य न रुके इसके लिए निजी विद्यालय छात्रों और अभिभावकों को फीस में छूट दी गयी है. डीसी श्री रंजन ने कहा कि प्रॉफिट के लिए स्कूल कार्य न करें

निजी विद्यालय अप्रैल से जून माह का सिर्फ़ ट्यूशन फ़ीस लें. लॉकडाउन तक जब तक स्कूल बन्द रहेगा तब तक निजी विद्यालय बच्चों से कोई भी अतिरिक्त शुल्क नही लेंगे. वही निजी विद्यालयों के द्वारा डेवलपमेन्ट फीस सालाना के बदले छमाही शुल्क वसूला जाए. छः माह का माफ़ किया जाए. अंत में सर्वसम्मति से ये निर्णय लिया गया कि निजी विद्यालय बच्चों से अप्रैल मई तथा जून माह में सिर्फ़ ट्यूशन फ़ीस लेंगे. लॉकडाउन की अवधि के दौरान निजी विद्यालय कंप्यूटर फीस, बस फीस, लैब फीस, एग्जाम फीस आदि अतिरिक्त फीस बच्चों से नहीं ली जाएगी. कोई भी विद्यालय अप्रैल मई तथा जून माह में विद्यालय प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार का डेवलपमेन्ट फीस, एनुअल फीस नहीं लेंगे.

यह फीस सालाना के बदले केवल छमाही अवधि की ली जाएगी वह भी अक्टूबर माह में फीस ले जाएगी. वैसे अभिवावक जो ट्यूशन फ़ीस भी देने में असमर्थ हैं, वह तीन माह के बाद फ़ीस दे सकते हैं. उस स्थित में बच्चों से कोई भी लेट फीस नहीं ली जाएगी तथा उन्हें फीस देने की मुहल्लत भी दी जाएगी. लॉक डाउन के दौरान बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा देते रहें और फीस माफी में जिला प्रशासन एवं आम जनता का सहयोग करें.

ट्यूशन फ़ीस माफ़ नहीं होने से अभिभावको को चुकानी होगी मोटी रकम

स्कूलों द्वारा ट्यूशन फ़ीस नही माफ़ करने से इस आर्थिक संकट में अभिभावकों के जेब पर भारी भरकम बोझ पड़ने वाला है. कई निजी स्कुल सिर्फ ट्यूशन फ़ीस ही इस अवधि के दौरान लेते हैं. वहीं क्लास 09 से 12 तक के छात्रों का ट्यूशन फ़ीस हजारों में लिया जाता है. जिसमें अभिभावकों को कोई भी छूट नहीं दी जाती है. अभिभावक सतीश कुमार, प्रदीप कुमार, कैलास यादव, मुनेश्वरी देवी, सैलजा देवी, महेंद्र पासवान, ईश्वर कुमार, महेश यादव, शैलेश गुप्ता, वर्षा अग्रवाल सहित अन्य अभिभावकों ने कहा कि ट्यूशन फ़ीस में छूट मिलनी चाहिए थी, जिससे कि अभिभावकों के जेब पर कोई असर नहीं पड़े. ट्यूशन फ़ीस में रियायत नही मिलने के कारण अभिभावकों में नाराजगी है.

ट्यूशन फ़ीस माफ़ करने पर कोई भी निजी स्कूल नहीं हुए राजी

बैठक में सभी निजी स्कूल संचालकों ने किसी भी तरह का छूट देने से इनकार कर दिया. देश आर्थिक तंगी से जूझ रहा है और स्कुल संचालकों ने बन्द स्कूलों में भी अभिभावक को फ़ीस में कोई भी छूट नही दे रहे हैं. मौके पर उप विकास आयुक्त मनोहर मराण्डी, जिला शिक्षा पदाधिकारी अर्जुन प्रसाद, जिला शिक्षा अधीक्षक प्रमोद प्रसाद, एडीपीओ आशीष कुमार, संत जेवियर्स स्कूल के फादर हिलेरी डिसूजा, प्रो कमल महावर, गरिमा कुमारी सहित अन्य निजी विद्यालय के शिक्षक, संचालक उपस्थित थे.

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