बरहेट. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म व्हाॅट्सएप के जरिये इन दिनों फर्जी एपीके तेजी से वायरल हो रहा है. पीएम किसान सम्मान निधि के विभिन्न वर्जन वाले एपीके, कांग्रेस पार्टी का वायरल हुआ वीडियो देखे एपीके आदि-आदि नाम से एपीके ग्रुप्स में भेजे जा रहे हैं. ज्योंहि ही कोई व्यक्ति उक्त एपीके को अपने मोबाइल में इंस्टॉल करता है, त्योंहि वह साइबर अपराधी के चंगुल में फंस जाता है. ये एपीके कोडेड रहते हैं, जिन्हें इंस्टॉल करने के बाद उसका इंटरफेस सीधे साईबर अपराधी के पास खुल जाता है. उसके बाद वह पहले उसके फोन पे, गूगल पे, भीम पे आदि के पासवर्ड को डिकोड करके या ओटीपी के माध्यम से अकाउंट में जितने भी पैसे रहते हैं, उसकी निकासी कर लेता है. उसके बाद उस व्यक्ति के वाट्सएप में जाकर बायो (नाम आदि) बदल देता है तथा वह जितने भी ग्रुप से जुड़ा रहता है, उसमें फॉरवर्ड कर देता है. अपराधी यहीं नहीं रूकता है, अगर वाट्सएप ग्रुप में कोई इसे फर्जी बताने की चेष्टा करता है, तो उसे वह इसके सही होने की बात कहता है. शुक्रवार की शाम बरहेट थाना क्षेत्र के ही बरमसिया का एक युवक संतोष पंडित ठगी का शिकार होते-होते बच गया. दरअसल, एप इंस्टॉल करने के बाद उसका व्हाट्सएप हैक हो चुका था और हैकर सभी ग्रुप्स में वह एप फॉरवर्ड कर रहा था. हालांकि, तब तक संतोष के अकाउंट से पैसे ही निकासी नहीं हुयी थी. ग्रुप्स में फॉरवर्ड होने के बाद कुछ जागरूक लोगों ने इस ओर ध्यान दिया तथा उसे कॉल कर उसके व्हाट्सएप हैक होने की जानकारी दी. जिसके बाद उक्त युवक ने ग्राहक सेवा केंद्र में पहुंचकर अपने अकाउंट में रखे सारे पैसे की निकासी कर ली. संतोष ने बताया कि उसे एप इंस्टॉल किये हुये 7 से 10 मिनट ही हुये थे. जानकारी मिलने के बाद उसने पैसे की निकासी तो कर ली, लेकिन अभी उसका कोई भी ऑनलाईन पेमेंट एप तथा व्हाट्सएप नहीं खुल रहा है. उसमें टेक्निकल एरर बता रहा है. इधर, ऐसी जानकारी सामने आने के बाद बरहेट थाना प्रभारी पवन कुमार ने भी आम जनों से किसी भी मेलिसियस एप या मालवेयर को डाउनलोड न करने की अपील की है, ताकि इस प्रकार की साईबर ठगी से बचा जा सके. साथ ही उन्होंने दूसरों को भी जागरूक करने की अपील की है.
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