डेढ़गामा गांव में जलमीनार खराब, पेयजल के लिए ग्रामीण परेशान
समस्या से निजात दिलाने की मांग
मंगलहाट. सैदपुर पंचायत अंतर्गत डेढ़गामा गांव के वार्ड-09 व 10 में 300 परिवार के लगभग 1000 से अधिक आबादी है. लोग चार चापाकल व प्राइवेट बोरिंग के भरोसे चल रहे हैं. ग्रामीणों ने पेयजल की समस्या को लेकर नाराजगी जतायी है. ग्रामीण सोनू पंडित, जयकांत मंडल, अष्टम मंडल, सुरेश मंडल, मीरा देवी, कोनिका देवी, तरिया देवी, लोबिन मंडल, जनार्दन मंडल आदि ने बताया कि 29 अप्रैल को प्रभात खबर अखबार में खबर प्रकाशित होने के बाद विभाग ने गांव में बंद पड़े चापाकलों को दुरुस्त करवाया. इससे पेयजल की समस्या से कुछ निजात मिली है. कहा कि हर घर नल जल योजना के तहत जलमीनार का निर्माण पिछले दो वर्षों से अधूरा पड़ा है, जिस कारण ग्रामीणों को पेयजल की समस्या से जूझना पड़ रहा है. गांव में पेयजल को लेकर चापाकल पर भीड़ लगने की वजह से सुबह-शाम लोगों में आपस में नोक- झोंक होते रहता है. हर घर जल नल योजना के तहत सोलर जलमीनार का निर्माण हुआ है, लेकिन नल कुछ घरों में ही पहुंचाया गया है. कुछ घरों में अधूरा पड़ा है. दुर्भाग्य की बात यह है कि पिछले साल डेढ़ साल से अभी तक जलमीनार सुचारू रूप से चालू नहीं किया गया है. उधर वार्ड- 9 रविदास कॉलोनी में बनी जलमीनार से लगभग 20-25 घरों में हर घर नल जल योजना का कनेक्शन दिया गया है, जिसका लाभ नहीं मिल पाया है. ग्रामीणों ने विभाग से अधूरे जलमीनार को सुचारू रूप से चालू करने की मांग की है. पेयजल की समस्या की जानकारी मिलते ही पीएचडी विभाग के फिल्ड वर्कर जोगिंदर पोद्दार गांव पहुंचकर ग्रामीणों से कहा कि जल्द से जल्द जलमीनार को चालू कर दिया जायेगा.
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