साहिबगंज. जिले के मंडरो प्रखंड क्षेत्र के सिमरिया गांव की छह वर्षीय आदिम जनजाति समुदाय की बच्ची गोमदी पहाड़िन की मौत मामले में चिकित्सक पर किये गये कार्रवाई के विरोध में सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने मंगलवार को छठे दिन ओपीडी सेवा बाधित रखी. ओपीडी का गेट बंद रखा गया था. लेकिन शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों से आये मरीजों को इमरजेंसी कक्ष में डीएस डाॅ रंजन कुमार, डाॅ तबरेज आलम, डाॅ फरोग हसन व डाॅ शहबाज हुसैन ने इलाज किया. वहीं, कुछ मरीज को बिना इलाज के ही लौटना पड़ा. वहीं, सदर अस्पताल का रजिस्ट्रेशन कांउटर खुला था. रजिस्ट्रेशन कांउटर में 82 मरीजों का पूर्जा काटा गया. वा वितरण केंद्र से मरीजों को दवा उपलब्ध कराया गया. वहीं, फिजियोथैरेपी सेंटर, एक्स रे कक्ष व जन औषधि केंद्र खुला रहा. इसके कारण शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों से आये मरीजों को ओपीडी सेवा बाधित रहने के बावजूद राहत मिली. क्या कहते हैं डीएस अपनी मांगों को लेकर सदर अस्पताल के चिकित्सक ओपीडी सेवा को बाधित किया है. हालांकि इमरजेंसी सेवा चालू है. इमरजेंसी सेवा में आज मैं खुद मरीजों को देखा. डाॅ तबरेज आलम, डाॅ फरोग हसन व डाॅ शहबाज हुसैन ने भी इमरजेंसी मरीजों के अलावा सामान्य मरीजों का भी इलाज किया. – डाॅ रंजन कुमार, प्रभारी सिविल सर्जन, साहिबगंज
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