गांधी के सत्य और अहिंसा के मार्ग ने दुनिया में भारत का बदला नजरिया

गांधी दर्शन का जीवन में प्रभाव पर विचार गोष्ठी का आयोजन, वक्ताओं ने कहा

By Prabhat Khabar News Desk | December 26, 2024 9:27 PM

साहिबगंज. 26 दिसंबर 1924 को महात्मा गांधी को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया था. इस ऐतिहासिक क्षण के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में साहिबगंज जिला कांग्रेस कमेटी ने गांधी चौक पर गुरुवार को गांधी जी की प्रतिमा के समीप गांधी दर्शन का जीवन में प्रभाव विषय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया. गोष्ठी की अध्यक्षता जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बरकतुल्लाह खान ने की. सर्वप्रथम, गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी. इसके बाद मंच पर दीप प्रज्वलित कर गोष्ठी की शुरुआत हुई. गोष्ठी में कांग्रेस जिला अध्यक्ष बरकतुल्लाह खान ने कहा कि महात्मा गांधी केवल भारत की आवाज नहीं थे, बल्कि उनकी सत्य और अहिंसा की विचारधारा ने पूरी दुनिया को भारत के प्रति सोचने का नजरिया बदल दिया. गांधी जी के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने उस समय थे. हमारी जिम्मेदारी है कि हम उनके सिद्धांतों और मूल्यों को हर गांव और हर घर तक पहुंचाएं. प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अनुकूल मिश्रा ने कहा कि गांधी जी हर भारतीय के दिल और दिमाग में बसते हैं. अन्य वक्ताओं ने भी महात्मा गांधी के जीवन, उनके संघर्ष, और उनके आदर्शों पर प्रकाश डाला. सभी ने यह संकल्प लिया कि उनके विचारों को अपने जीवन में उतारेंगे और उनके दिखाए सत्य-अहिंसा के मार्ग पर सदैव चलते रहेंगे. विचार गोष्ठी में अनुकूल मिश्रा, मो कलीमुद्दीन, बासुकीनाथ यादव, सरफराज आलम, नित्यानंद गुप्ता, मिथुन मण्डल, एकलाक नदीम, सुष्मिता कुंडू, अश्वनी आनंद, राम श्रृंगार ओझा, मंगल पासवान, सलाहुद्दीन, अनंतलाल भगत, रणजीत टुडू, परवेज आलम, बिमल भगत, बदरूद्दीन, अजीज अंसारी, रिज़वान अंसारी, नसीम अख्तर, मो रामजानी, मो रियाज़, ताबिश इकबाल, सनाउल्लाह अंसारी, अल्ताफ हुसैन,अहमद, नौशाद आलम, वसीम औरंगज़ेब, ललन सिंह, अजफर,सोएब आलम,निताय सरकार, सद्दाम हुसैन, कुमार निशांत, सबदुल, प्रमित तिवारी आदि थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version