कौड़ीखुटौना के विकास की हो पहल, युवाओं को मिले रोजगार

प्रभात खबर संवाद कार्यक्रम में ग्रामीणों ने रखी समस्याएं

By Prabhat Khabar News Desk | January 7, 2025 8:58 PM

मंडरो. मंडरो प्रखंड अंतर्गत कौड़ीखुटौना पंचायत के कौड़ीखुटाना गांव में मंगलवार को मुखिया अनिता हेंब्रम की अध्यक्षता में प्रभात संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामीणों ने खुलकर अपनी-अपनी राय रखी. ग्रामीणों का कहना था कि यह पंचायत आदिवासी बहुल क्षेत्र है. इस पंचायत में चहुंमुखी विकास की आवश्यकता है. यहां सड़क की समस्या, बेरोज़गारी कि समस्या, तालाब का सौंदर्यीकरण, आवास, पानी, नाला की कमी है. इस पर राज्य सरकार व जिला प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है. कहा कि भगैया मुख्य सड़क से कौड़ीखुटाना मध्यम विद्यालय तक पीसीसी सड़क का निर्माण कराना चाहिए. खासकर, यहां के लोगों को रोजगार का साधन नहीं है, जिसके चलते आदिवासी समाज की महिला एवं पुरुष कमाने के लिए बाहर पलायन कर जाते हैं. अगर रोजगार का कोई साधन हो जाये, तो हमलोगों बाहर नहीं जाना पड़ेगा. इसके साथ ही बच्चों को अच्छी शिक्षा दिला सकेंगे. इस पर सरकार व जिला प्रशासन को ध्यान देना चाहिए. कार्यक्रम का संचालन व धन्यवाद ज्ञापन प्रतिनिधि गुडडू रजक ने किया. क्या कहते हैं ग्रामीण कौड़ीखुटाैना पंचायत में खासकर बेरोजगारी की समस्या अधिक है. इस पर सरकार एवं जिला प्रशासन को ध्यान देना चाहिए, ताकि यहां के लोग गांव छोड़कर बाहर कमाने के लिए पलायन न कर सकें. अनीता हेंब्रम, मुखिया कौड़ीखुटाैना पंचायत कौड़ीखुटाैना गांव में प्लस टू विद्यालय तो है, परंतु डिग्री कॉलेज नहीं है. यदि यहां भी डिग्री कॉलेज बन जाता है, तो हमारे आदिवासी बच्चियों को बाहर पढ़ाई के लिए नहीं जाना पड़ेगा. सरोजनी किस्कू, ग्रामीण भगैया मुख्य सड़क से कौड़ीखुटौना मध्य विद्यालय तक पीसीसी सड़क के साथ-साथ नाला का भी निर्माण कार्रवाई जाये, ताकि लोगों को बारिश के दिनों में परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. सलोमी मुर्मू, ग्रामीण मंईयां सम्मान योजना का लाभ उचित लाभुकों को नहीं मिल पा रहा है. हम लोग गरीब हैं, लेकिन लोगों को योजना का अब तक लाभ नहीं मिल पाया है. इस पर प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है. सोनम मुर्मू, ग्रामीण हमलोगों को वृद्धा पेंशन योजना का लाभ मिल रहा था. वह भी तीन माह से नहीं मिल रहा है. राज्य सरकार व जिला प्रशासन को हम लोगों का पेंशन शुरू कर देना चाहिए. ताकि उनकी स्थिति सुधरे. एंथोनी मुर्मू, ग्रामीण कौड़ीखुटाैना गांव आदिवासी बहुल क्षेत्र है. यहां के कई लोग आवास के लाभ से वंचित है. जिसके कारण इस पंचायतों के लोग अब तक मिट्टी का बना घर में अपना जीवन गुजार रहे हैं. सुरेश हेंब्रम, ग्रामीण गांव में पोखर बना हुआ है, जिसमें सालों भर पानी रहता है. पोखर का अगर सौंदर्यीकरण किया जाता तो यहां पर लोगों को नहाने एवं अन्य कार्य हेतु काफी सुविधा मिलती. छोटा बैजुन मुर्मू, ग्रामीण गांव में खेल का मैदान बना हुआ है. यहां के युवक फुटबॉल भी खेलते हैं. यदि घेराबंदी हो जाती, तो खिलाड़ियों को अभ्यास करने और खेलने का अच्छा मौका मिलता. इस पर पहल करने की जरूरत है. आशुतोष टुडू, ग्रामीण

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