प्रतिनिधि, बरहरवा सुप्रीम कोर्ट के एससी-एसटी के आरक्षण के फैसले के विरोध में प्रखंड व नगर क्षेत्र में दोपहर बाद आदिवासी युवा ‘भारत बंद’ को सफल बनाने के सड़कों पर उतर गये. इस बंदी के दौरान किसी भी प्रकार से कोई अप्रिय घटना न हो. इसके लिए पुलिस विभाग के अधिकारी चौक-चौराहों पर तैनात रहे. दलित और आदिवासी संगठनों ने हाशिये पर मौजूद समुदायों के लिए मजबूत प्रतिनिधित्व और सुरक्षा की मांग को लेकर बुधवार को ‘भारत बंद’ का आह्वान किया था. नेशनल कन्फेडरेशन ऑफ दलित एंड आदिवासी ऑर्गेनाइजेशंस ने अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए न्याय और समानता समेत मांगों की सूची जारी की है. चुन्नू मरांडी, जोसेफ, ताला, फ्रांसिस, सिन्द्राय समेत अन्य ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के अनुसूचित जाति एवं जनजाति आरक्षण में क्रीमीलेयर और कोटा के भीतर कोटा लागू करने के फैसले के खिलाफ दलित-आदिवासी संगठनों ने बुधवार को भारत बंद का आह्वान किया. इस दौरान करीब दो घंटे आवागमन बाधित रहा. वहीं, बाजार आंशिक रूप से प्रभावित हुए.
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