अमदाबाद /साहिबगंज. अमदाबाद प्रखंड के मेघु टोला गंगा घाट पर हुई दर्दनाक नाव दुर्घटना में डेढ़ वर्षीय बच्चे समेत तीन लोगों की मौत हो गयी, जबकि सात लोग लापता हैं. इस नाव में कुल 18 लोग सवार थे, जिनमें से आठ लोगों को स्थानीय लोगों ने नदी से सुरक्षित बाहर निकाला. इस घटना ने पूरे इलाके में शोक और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है. जानकारी के अनुसार, शीतलपुर बंगाली टोला निवासी झूमा देवी अपनी मां के निधन की खबर सुनकर अपने परिवार और अन्य रिश्तेदारों के साथ साहिबगंज जिले के सकरी गली जा रही थीं. मनिहारी गंगा घाट पर एलसीटी छूट जाने के कारण, उन्होंने मेघु टोला घाट से एक छोटी इंजन चालित नाव (डेंगी) ली. रविवार सुबह करीब 8:30 बजे, गंगा नदी के बीच धार में यह नाव डूब गयी. इस हादसे में 60 वर्षीय पवन मंडल, 45 वर्षीय सुधीर मंडल और डेढ़ वर्षीय दीप कुमार की मृत्यु हो गयी. नाव पर सवार अन्य सात लोग अब भी लापता हैं, जिनकी तलाश एसडीआरएफ की टीम द्वारा की जा रही है. सूचना मिलते ही पहुंचते हैं पदाधिकारी दुर्घटना की सूचना मिलते ही मनिहारी एसडीएम कुमार सिद्धार्थ, एसडीपीओ मनोज कुमार, और अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे. स्थानीय प्रशासन ने बचाये लोगों को इलाज के लिए अमदाबाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. एसडीएम कुमार सिद्धार्थ ने कहा कि अवैध और बिना पंजीकृत नावों के संचालन पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. नाव डूबने के बाद, जलेबी टोला के गब्बर सिंह और उनके भाई सुरेश सिंह ने बहादुरी दिखाते हुए अपनी छोटी नाव लेकर घटनास्थल पर पहुंचकर आठ लोगों की जान बचाई. प्रशासन ने उनकी सराहना करते हुए उन्हें पुरस्कृत करने की घोषणा की है. दुर्घटना की खबर फैलते ही मेघु टोला घाट पर सैकड़ों लोग जमा हो गए. मृतकों के परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल था. स्थानीय जनप्रतिनिधि और विधायक मनोहर सिंह ने घटनास्थल पर पहुंचकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और हरसंभव सरकारी मदद का आश्वासन दिया. नदी पार करने की मजबूरी मेघु टोला और आसपास के क्षेत्र के लोगों के पास गंगा नदी पार करने के लिए नाव के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है. यह इलाका खेती और अन्य कार्यों के लिए नदी पार करने पर निर्भर है. यहां नदी का चौड़ाई लगभग एक किलोमीटर है और इंजन चालित नाव से इसे पार करने में आधे से एक घंटे का समय लगता है. दुर्घटना के बाद भी गंगा घाट पर लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है, और लापता लोगों की तलाश जारी है. प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को आपदा राहत कोष से सहायता देने का आश्वासन दिया है. तालझारी/साहिबगंज. साहिबगंज जिले के तालझारी थाना क्षेत्र में हुई घटना कटिहार जिले से मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे दिलीप मंडल सहित कई रिश्तेदारों की नाव गंगा नदी में पलट गयी. इस दुर्घटना में दिलीप मंडल सहित तीन लोगों की मौत हो गयी, जबकि कई लोग लापता हैं. शनिवार को तालझारी के बांस कोला निवासी चमेली देवी का निधन हो गया था. उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए उनके बेटे दिलीप मंडल, नाती समदी और अन्य रिश्तेदार कटिहार जिले से रवाना हुए. शनिवार रात मेघु टोला में ठहरने के बाद, रविवार सुबह वे 1100 रुपये में एक छोटी नाव किराए पर लेकर गंगा नदी के रास्ते बांस कोला जा रहे थे. कुछ ही दूर जाने के बाद, तेज पछुआ हवा चलने लगी और नाव में पानी भरने लगा. देखते ही देखते नाव पलट गयी, जिससे सभी लोग डूब गये. इस हादसे में दिलीप मंडल की मौत हो गयी, वहीं दो अन्य रिश्तेदार भी अपनी जान गंवा बैठे. झूमा देवी की जान बच गयी, लेकिन उनका दूधमुंहा बच्चा डूब गया. झूमा देवी के पति अजय मंडल लापता हैं. स्थानीय लोगों ने दिखायी बहादुरी, आठ लोगों को बचाया घटना के समय, गंगा नदी के किनारे रहने वाले गब्बर सिंह और उनके भाई सुरेश सिंह ने तुरंत अपनी नाव लेकर मौके पर पहुंचकर 8 लोगों को बचा लिया. गब्बर सिंह ने बताया कि डूबने वालों में एक महिला के गोद से बच्चा मिला, लेकिन उसे नहीं बचाया जा सका. गांव में पसरा मातम इस हादसे ने पूरे गांव को गमगीन कर दिया है. मृतकों के परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है. बचाव अभियान के दौरान किसान मंडल और मनोज मंडल ने बताया कि अगर स्थानीय लोग मदद के लिए नहीं आते, तो एक भी जान नहीं बच पाती. स्थानीय प्रशासन और बचाव दल लापता लोगों की तलाश में जुटे हैं.
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