धार्मिक व पर्यटन के दृष्टिकोण से विश्व पटल पर स्थापित होगा मेला: मंत्री
धार्मिक व पर्यटन के दृष्टिकोण से विश्व पटल पर स्थापित होगा मेला: मंत्री
राजकीय माघी पूर्णिमा मेला का हुआ विधिवित उद्घाटन प्रतिनिधि, राजमहल राजकीय माघी पूर्णिमा मेला और आदिवासी महाकुंभ का उद्घाटन बुधवार को राजमहल उत्तर वाहिनी गंगा तट पर झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री योगेंद्र प्रसाद द्वारा गंगा पूजन के साथ किया गया. मेले का शुभारंभ मंत्री योगेंद्र प्रसाद, राजमहल विधायक मो. ताजुद्दीन (एमटी राजा), डीसी हेमंत सती और पुलिस अधीक्षक अमित कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. इस अवसर पर मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए आदिवासी और गैर-आदिवासी समुदाय को जोहार किया. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी शामिल होने वाले थे, लेकिन किसी कारणवश वे नहीं आ सके. उन्होंने इसे अपना सौभाग्य बताया कि उन्हें इस ऐतिहासिक मेले का हिस्सा बनने का अवसर मिला. मंत्री ने कहा कि राजमहल उत्तर वाहिनी गंगा आस्था और विश्वास का प्रतीक है. जो भी श्रद्धालु यहां आते हैं, उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड सरकार राज्य के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है और कोई भी समस्या होने पर उसे संबंधित विभाग तक पहुंचाने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार प्रदेश के विकास के लिए लगातार योजनाएं बना रही है और राजमहल माघी पूर्णिमा मेला आने वाले समय में विश्वस्तरीय आयोजन का उदाहरण बनेगा. सरकार इस मेले को और अधिक विकसित करने की दिशा में निरंतर प्रयास कर रही है ताकि पर्यटन और धार्मिक महत्व को बढ़ावा मिल सके. मंत्री ने यह भी कहा कि माघी मेला हमारी सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है, जो जनजातीय गौरव और लोक संस्कृति को समर्पित है. हमें अपने अमर शहीदों सिद्धो-कान्हू, फुलो-झानो के बलिदान को याद रखना चाहिए, जिन्होंने समाज के उत्थान के लिए संघर्ष किया. राजमहल का माघी पूर्णिमा मेला झारखंड की सांस्कृतिक और पारंपरिक धरोहर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. उन्होंने वीर शहीदों को नमन करते हुए उनके बलिदान को याद किया और कहा कि यह मेला न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि ऐतिहासिक और सामाजिक रूप से भी महत्वपूर्ण है. उन्होंने यह भी संकेत दिया कि भविष्य में इस मेले को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के प्रयास किए जाएंगे. मेले के दौरान गंगा घाट पर विशेष पूजा-अर्चना की गई, जिसमें मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने मां गंगा की आराधना कर राज्य की समृद्धि और शांति की कामना की. उद्घाटन समारोह में उपायुक्त हेमंत सती ने स्वागत भाषण दिया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन राजमहल अनुमंडल पदाधिकारी विमल सोरेन ने किया. राजमहल को जिला और तीनपहाड़ को प्रखंड का दर्जा मिले – विधायक राजमहल विधायक मो. ताजुद्दीन उर्फ एमटी राजा ने कहा कि जो भी श्रद्धालु उत्तर वाहिनी गंगा में डुबकी लगाकर मन्नत मांगते हैं, उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. उन्होंने यह भी कहा कि राजमहल की वर्षों पुरानी मांग है कि इसे जिला और तीनपहाड़ को प्रखंड का दर्जा मिले. विधायक ने क्षेत्र में पानी की गंभीर समस्या का उल्लेख करते हुए मंत्री से इसका समाधान निकालने का आग्रह किया. उन्होंने नौ सूत्री मांग पत्र सौंपते हुए विधानसभा क्षेत्र के दियारा क्षेत्रों में आर्सेनिक मुक्त शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने, बोरिंग न होने वाले पथरीले एवं दलदली इलाकों में पाइपलाइन जलापूर्ति योजना लागू करने, तथा राजमहल पेयजल एवं स्वच्छता अवर प्रमंडल कार्यालय को सुचारु रूप से संचालित करने की मांग रखी. साथ ही उन्होंने साहिबगंज, गोड्डा और दुमका मेगा बल्क रूरल वाटर सप्लाई योजना से राजमहल और उधवा प्रखंड को जोड़ने की अपील की, जिससे क्षेत्र के लोगों को पेयजल संकट से राहत मिल सके. विधायक ने बताया कि जिले के नलकूपों की मरम्मत हेतु निधि की कमी के कारण यह कार्य प्रभावित हो रहा है. इसके लिए विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. साहिबगंज जिले अन्तर्गत मंगा ग्रामीण जलापूर्ति योजना का कार्य भू-अर्जन अधिग्रहण हेतु लम्बित है जो भू-अर्जन अधिग्रहण हेतु राज्य मद से मो० 3.74 करोड, की आवश्यकता है. उन्होंने पुरानी योजनाओं जैसे सिंगल विलेज स्कीम/मल्टी विलेज स्कीम के संचालन के लिए उचित निधि उपलब्ध कराने, साहिबगंज जिले की मंगा ग्रामीण जलापूर्ति योजना को भूमि अधिग्रहण समस्या से मुक्त करने और जलसहिया कर्मियों के मानदेय में वृद्धि की मांग भी रखी.
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