गीता जयंती पर बरहरवा में निकला नगर संकीर्तन, भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में लोग सराबोर
कालीतल्ला से निकलकर बंगालीपाड़ा, हाटपाड़ा, नया बाजार, थाना रोड होकर सब्जी मंडी रोड पहुंची
बरहरवा. हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे! हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे! महामंत्र से रविवार को नगर पंचायत भक्तिमय हो गया. गीता जयंती पर भगवान श्रीकृष्ण के भक्तों ने नगर के कालीतल्ला स्थित राधा माधव मंदिर से नगर भ्रमण सह संकीर्तन का आयोजन किया. नगर भ्रमण में दर्जनों महिलाएं, कन्याएं व पुरूष भक्तों ने आनंद विभोर होकर भगवान के जयकारे लगाये. यह संकीर्तन कालीतल्ला से निकलकर बंगालीपाड़ा, हाटपाड़ा, नया बाजार, थाना रोड होकर सब्जी मंडी रोड पहुंची. जिसके बाद स्टेशन चौक से वापस कुशवाहा टोला स्थित आरबी पैलेस पहुंची. आरबी पैलेस में इस्कॉन के भक्तों के द्वारा गीता पाठ व लोगों को धर्म के प्रति जागरूक रहने का प्रवचन दिया गया. इस दौरान मुख्य रूप से शामिल कृष्ण गोपाल दास, कृष्णचन्द्र दास, कृष्ण कृपा सिंधु दास, नित्यानन्द दास, खुदीराम दास सहित अन्य ने उपस्थित लोगों को बताया कि हिंदू धर्म में गीता को सबसे पवित्र और पूजनीय ग्रंथ माना गया है, इसमें मौजूद भगवान कृष्ण द्वारा कही गई बातें आज भी युवाओं को अवसाद, चिंता और भय से दूर करती है. मान्यता है कि गीता के उपदेशों को जीवन में उतारने से व्यक्ति अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल तो होता ही है, साथ ही क्रोध, लोभ, मोह से भी छुटकारा पाने में सफल होता है. उन्होंने कहा कि मनुष्य की पहचान उसकी जाति, रंग, परिवार से नहीं होती बल्कि उसकी पहचान उसके कर्मों से ही होती है. हमारे कर्म अच्छे होने चाहिये. बाल गोपाल के संग महिलाओं ने किया नगर भ्रमण गीता जयंती के अवसर पर निकाली गई नगर भ्रमण सह संकीर्तन के आयोजन में दर्जनों महिलाओं शामिल हुयीं. इनमें अधिकांश महिलाएं अपने साथ बाल गोपाल को भी लाई थी. इससे उनकी भगवान श्रीकृष्ण के प्रति अटूट प्रेम की झलक भी दिखी. आरबी पैलेस में प्रवचन कार्यक्रम के बाद बच्चों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गयी. वहीं, श्रद्धालुओं के लिये भोग की भी व्यवस्था की गयी थी. कार्यक्रम के सफल आयोजन में इस्कॉन के कृष्ण भक्तों ने सराहनीय भूमिका निभायी.
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