लोकसभा चुनाव 2024 में बरहेट विधानसभा से सांसद विजय हांसदा को मिली थी 23376 मतों की लीड लेकिन पांच महीने बाद विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन को मिली 39791 वोट की लीड
जीत का अंतर हर बार बढ़ता चला गया.
विकास जायसवाल, बरहरवा
झारखंड में हुए विधानसभा चुनाव में बरहेट विधानसभा सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का जलवा सांसद विजय हांसदा से भी बड़ा है क्योंकि 2024 के जून में हुई लोकसभा चुनाव में सांसद विजय हांसदा को बरहेट विधानसभा से 23376 वोट से बरहेट विधानसभा का लीड प्राप्त हुआ था लेकिन 5 महीने बाद जब झारखंड में विधानसभा चुनाव हुआ और राज्य के मुख्यमंत्री सह स्थानीय विधायक हेमंत सोरेन ने यहां से चुनाव लड़ा तो उनका जीत का यह आकंडा बढ़कर 39791 हो गया. स्थानीय कार्यकर्ताओं के द्वारा झारखंड सरकार के मुखिया हेमंत सोरेन के द्वारा पिछले 5 सालों में किए गए विकास कार्यों को लेकर जनता के बीच प्रचार प्रसार करने में कामयाब हुए और इसी का नतीजा हुआ कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बरहेट से तीसरी बार विधायक चुने गए और उनका जीत का अंतर हर बार बढ़ता चला गया. बरहेट विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत साहिबगंज जिले के पतना ,बरहेट एवं गोड्डा जिले के सुंदरपहाड़ी एवं बोआरीजोर प्रखंड के 6 पंचायत इसके अधीन आते हैं. यहां के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने रणनीति तैयार किया और चुनाव जीतने में कामयाब हुये.चुनाव से पहले सिमोन ने भाजपा छोड़ थामा था झामुमो का दामन
2019 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले पहाड़ियां समुदाय के सिमोन मालतो ने भाजपा छोड़ झामुमो का दामन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के समक्ष थामा था. पहाड़िया समुदाय के दर्जनों नेताओं ने उनके साथ झामुमो का दामन थामा था. इन नेताओं के सहयोग से आदिम जनजाति क्षेत्र के बूथ पर भी हेमंत सोरेन को इस बार के चुनाव में जबरदस्त वोट हासिल हुआ. जिसका नतीजा हुआ कि हेमंत सोरेन ने काफी अंतर से इस बार के चुनाव में भी जीत दर्ज की.
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